बंद होंगे रेलवे के आरक्षण केन्द्र, स्टाफ भी होगा कम, रेलवे बोर्ड कर रहा तैयारी

बंद होंगे रेलवे के आरक्षण केन्द्र, स्टाफ भी होगा कम, रेलवे बोर्ड कर रहा तैयारी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-23 11:41 GMT
बंद होंगे रेलवे के आरक्षण केन्द्र, स्टाफ भी होगा कम, रेलवे बोर्ड कर रहा तैयारी

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। रेलवे बोर्ड आरक्षण केन्द्र बंद किए किए जाने और स्टाफ कम किए जाने की तैयारी कर रहा है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि वर्तमान में रेल टिकट आरक्षित कराने के लिए अब यात्री ऑन लाइन सुविधा का लाभ ले रहे हैं, जिससे आरक्षण केन्द्रों में यात्रियों की भीड़ कम हो रही है। चर्चाएं हैं कि स्टाफ को टिकट चेकिंग में लगाया जा सकता है, इसके साथ ही जिस विभाग में कर्मचारियों की कमी हैं, वहां पर इनकी सेवाएं ली जा सकती हैं।

स्टाफ का किया जाएगा समायोजन
जानकारी के अनुसार  टिकट चैकिंग स्टाफ की अत्याधिक कमी है। कई ट्रेन बगैर स्टाफ के ही चलाने रेल प्रशासन मजबूर है। इस कमी को दूर करने के लिए ही स्टाफ का समायोजन करने का निर्णय लिया गया है। यानि साफ है कि आरक्षण केन्द्र में पदस्थ कर्मचारियों को टिकट चेकिंग में लगाया जा सकता है।

नहीं होगी नई भर्ती
बताया जाता है कि रेलवे में टिकट जांच दल की कमी को देखते हुए नई भर्ती करने के बजाए टिकट आरक्षण कार्यालय को बंद करके यहां काम कर रहे कर्मचारियों को टिकट जांच विभाग में लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। इस संबंध में छह माह पूर्व निर्णय लिया गया था, लेकिन आदेश गत 12 दिसंबर को जारी किए गए हैं। इसके साथ ही कारण 65 प्रतिशत टिकट ऑनलाइन होना बताया जा रहा है।

यात्रियों को करना पड़ता है समस्या का सामना
पमरे के जबलपुर, भोपाल व कोटा मंडलों की बात करें तो यहां पर करीब 20 से 25 फीसदी यात्री ट्रेन टीटीई के बगैर ही चलाई रही हैं। इसके पीछे का कारण टिकट निरीक्षकों की कमी है। ऐसे में जब बगैर टीटीई के ट्रेन जाती है तो यात्रियों को अनेक समस्याओं का सामना करना होता है। ऐसे में इस कमी को पूरा करने के लिए रेलवे ने नई भर्ती करने के बजाए इसकी पूर्ति आरक्षण कार्यालय से करने का निर्णय ले लिया है. इतना ही नहीं, इसके लिए आदेश तक जारी हो गए है।

 

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