रायपुर : प्रदेश के विकास मॉडल में छत्तीसगढ़ की अस्मिता और छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर भी पूरा ध्यान

रायपुर : प्रदेश के विकास मॉडल में छत्तीसगढ़ की अस्मिता और छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर भी पूरा ध्यान

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-09-14 11:26 GMT
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डिजिटल डेस्क, रायपुर। 13 सितंबर 2020 लोकवाणी में कोरबा की एक श्रोता ने राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। कोरबा की अनिमा सहाय ने कहा कि जब वे टीवी में छत्तीसगढ़ की संस्कृति से संबंधित एड देखती है तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस संबंध में कहा कि समावेशी विकास के हमारे मॉडल में छत्तीसगढ़ की अस्मिता और छत्तीसगढ़ी संस्कृति पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। जब हम अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं तब हम न सिर्फ अपने मन में शांति और खुशी का अनुभव करते हैं, बल्कि हमारे मन में उत्साह और उमंग भी पैदा होती है। यह ऊर्जा हमें न सिर्फ अपने परिवार के प्रति जिम्मेदार बनाती है, बल्कि समाज और प्रदेश की प्रगति में भी सहायता करती है। हरेली, तीजा-पोरा, भक्तमाता कर्मा जयंती, विश्व आदिवासी दिवस, छठ पूजा के अवसर पर अवकाश देकर हमने यह महसूस किया है कि ऐसे अवसरों पर लोग न सिर्फ खुशी मनाते हैं, बल्कि अपने मूल्यों, आदर्शाें और जड़ों से भी जुड़ते हैं। गरिमा और अस्मिता का यह जुड़ाव भी समावेशी विकास के लिए जरूरी है। कबीरधाम जिले के श्री कमलकान्त गुप्ता ने ग्रामीणों और किसानों के हित में संचालित की जा रही योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। इसी तरह गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के श्री अखिलेश नामदेव ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-जिला बनाने के लिए श्री बघेल को धन्यवाद दिया।

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