रायपुर : सुपोषण अभियान तेजी से बढ़ रहा है अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर

रायपुर : सुपोषण अभियान तेजी से बढ़ रहा है अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-10-14 09:26 GMT
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डिजिटल डेस्क, रायपुर। 13 अक्टूबर 2020 कुपोषण से मुक्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा सुपोषण अभियान का असर दिखाई देने लगा है। 2 अक्टूबर 2019 को शुरू हुए इस योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्यवन से प्रदेश भर में लगभग 14 प्रतिशत बच्चे कुपोषण से मुक्त हो चुके है। कांकेर जिले में प्रशासन ने कुपोषण मुक्ति को गंभीरता से लेते हुए कुपोषित बच्चों के परिवारों को सब्जी बीज के मिनीकिट निःशुल्क प्रदान किये जाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही उन्हें कम्पोस्ट खाद भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि ऐसे बच्चों के माता-पिता अपने घर में हरी सब्जी उगाकर अपने को बच्चों को खिला सकें। इसके अलावा कुपोषित बच्चों के परिवारों को निःशुल्क मच्छरदानी भी प्रदाय करने का निर्णय लिया है। प्रशासन ने बताया कि इससे कांकेर जिले के 08 हजार 760 कुपोषित बच्चों को सुपोषित होने में मदद मिलेगी। कांकेर जिले के कलेक्टर ने इस आशय से संबंधित आदेश विभागीय अधिकारियों को दिये गये। जिले में राज्य शासन के निर्देशानुसार कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पौष्टिक गर्म भोजन का वितरण भी किया जा रहा है, जिसमें दाल, चावल, सब्जी के साथ ही अंडा भी प्रदाय किया जा रहा है। गौरतलब है कि कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। अभियान के तहत प्रथम चरण में राज्य के समस्त जिलों में तीन वर्ष के लिए कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। अभियान में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन, खाद्य, शिक्षा, उद्यानिकी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और महिला एवं बाल विकास विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

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