RTE अनुदान : मुख्याध्यापक की व्यक्तिगत मंजूरी के बाद ही होगा भुगतान

RTE अनुदान : मुख्याध्यापक की व्यक्तिगत मंजूरी के बाद ही होगा भुगतान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-05 08:11 GMT
RTE अनुदान : मुख्याध्यापक की व्यक्तिगत मंजूरी के बाद ही होगा भुगतान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आरटीई अनुदान उसी स्कूल को भुगतान किया जाएगा, जिस स्कूल के मुख्याध्यापक को संस्था द्वारा नियुक्ति-पत्र देकर व्यक्तिगत मंजूरी ली गई है। शिक्षा विभाग के इस निर्णय से निजी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति में मनमानी पर रोक लगेगी। आरटीई अनुदान का प्रस्ताव भेजने वाले स्कूलों को उपशिक्षणाधिकारी ने पत्र भेजकर दस्तावेजों की पूर्तता करने का फरमान जारी किया है। 

बात कुछ और 

निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर आरटीई अंतर्गत प्रवेश दिए जाते हैं। विद्यार्थियों का शैक्षणिक शुल्क अनुदान सरकार की ओर से शिक्षण संस्थाओं को दिया जाता है। बिना अनुदानित स्कूलों पर सरकार का नियंत्रण नहीं रहने से शिक्षण संस्थाओं की मनमानी चलती है। कम वेतन पर शिक्षकों की नियुक्ति कर अध्यापन कार्य किया जाता है। कार्यरत अनेक शिक्षक शैक्षणिक योग्यता भी पूरी नहीं करते। शिक्षण संस्थाओं की मनमानी पर रोक लगाने मुख्याध्यापकों को शिक्षण संस्था द्वारा नियुक्ति-पत्र जारी करने, उन्हें स्कूल के आर्थिक अधिकार बहाल करने पर ही आरटीई अनुदान की पहली किस्त भुगतान करने व मुख्याध्यापक को शिक्षणाधिकारी की व्यक्तिगत मंजूरी रहने पर दूसरी किस्त का भुगतान करने का फरमान जारी किया गया है।

उपशिक्षणाधिकारी ने संबंधित स्कूलों के मुख्याध्यापकों को पत्र भेजकर दस्तावेजों की पूर्तता करने के निर्देश जारी किए हैं। जो शिक्षण संस्थाएं मुख्याध्यापक का नियुक्ति पत्र, आर्थिक अधिकार बहाल किए जाने के दस्तावेज तथा शिक्षणाधिकारी की मंजूरी का पत्र पेश नहीं करेंगे, उन्हें अनुदान का भुगतान नहीं किया जाएगा। आरटीई एक्शन कमेटी ने स्कूलों में अपात्र शिक्षकों की नियुक्ति कर आरटीई अनुदान हड़पे जाने की शिक्षा विभाग से शिकायत की थी।  

नए कोर्स में प्रवेश, प्रतिमाह 5 हजार स्टाइपेंंड

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने तुकड़ोजी महाराज अध्यासन केंद्र में  ‘ग्राम सेवाव्रती’ नामक एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। तुकड़ोजी महाराज के विचारों का प्रचार प्रसार करने वाले इस अध्यासन केंद्र में शुरू होने जा रहे नए कोर्स के लिए विद्यार्थियों को आकर्षित करने हेतु यूनिवर्सिटी ने प्रत्येक विद्यार्थियों को 5 हजार रुपए प्रतिमाह का स्टाइपेंंड देने का निर्णय लिया है, शर्त है कि उनकी उम्र 30 वर्ष से कम होनी चाहिए। यह कोर्स वार्षिक पैटर्न का होगा, इसमें प्रवेश लेने वाले सभी विद्यार्थियों के लिए नियमित उपस्थिति, असाइनमेंट और फील्ड वर्क जरूरी होगा। इसके अलावा पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले 10 विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के भरत नगर स्थित नेल्सन मंडेला छात्रावास में सामान्य दरों पर प्रवेश भी दिया जाएगा। 

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