संजय टाईगर रिजर्व अब पर्यटको के लिए रात में भी खुलेगा - पर्यटको की आमद बढ़ाने किये जा रहे प्रयास

संजय टाईगर रिजर्व अब पर्यटको के लिए रात में भी खुलेगा - पर्यटको की आमद बढ़ाने किये जा रहे प्रयास

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-31 10:24 GMT
संजय टाईगर रिजर्व अब पर्यटको के लिए रात में भी खुलेगा - पर्यटको की आमद बढ़ाने किये जा रहे प्रयास

डिजिटल डेस्क सीधी। संजय टाईगर रिजर्व में आने वाले पर्यटक अब रात के समय भी भ्रमण कर सकेंगे। करीब 25 से 30 किमी के एरिया में भ्रमण की अनुमति दी जाएगी। रात्रिकालीन भ्रमण के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है। पर्यटको की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग इस तरह का प्रयास कर रहा है। 
ज्ञात हो कि टाईगर रिजर्व और राष्ट्रीय उद्यानो में कम ही उद्यान होंगे जिसमें पर्यटको को रात्रिकालीन भ्रमण की छूट दी गई है। संजय टाईगर रिजर्व में केवल दिन के समय ही पर्यटक भ्रमण कर सकते थे। पर्यटको की आमद कमजोर रहने के कारण विभाग तरह-तरह के प्रयास कर रहा है ताकि आकर्षित होकर पर्यटक संजय टाईगर रिजर्व की ओर रुख करें और यहां रह रहे वन्य जीवों को आसानी से देख सकें। रात्रि के समय पर्यटको को दी जाने वाली भ्रमण की सुविधा के पहले सर्वे का काम कराया गया है। करीब 25 से 30 किमी की परिधि में पर्यटको को भ्रमण की अनुमति दी जा सकेगी। ऐसे स्थान जहां पर बाघो के अलावा दूसरे वन्य जीवों की मौजदूगी बनी रहती है उन स्थानों को भ्रमण के क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके साथ ही ऑनलाइन बुकिंग की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। टाईगर रिजर्व पहुंचने वाले पर्यटक भ्रमण को लेकर परेशान न हो इसलिए पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। वैसे भी दिन के समय भ्रमण पर आने वाले पर्यटको को भी यह सुविधा दी गई थी। फिलहाल रात्रिकालीन भ्रमण की सुविधा शुरू हो जाने के बाद पर्यटको के आने की उम्मीद बढ़ गई है। पर्यटको की आमद बढ़ेगी तो आसपास के क्षेत्र में रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। संजय टाईगर रिजर्व को लेकर जिन लोगों ने लम्बे समय से रोजगार की आस पाल रखी थी उनकी अभी तक उम्मीदें पूरी नहीं हो रही थीं। असल में पड़ोस के राष्ट्रीय उद्यानो में पर्यटक तो भारी संख्या में भ्रमण के लिए आते हैं किन्तु संजय टाईगर रिजर्व में काफी कम संख्या में पर्यटको की आमद दर्ज हो पाती है। कम संख्या में पर्यटको के आने के कारण ही वहां न तो होटल, रेस्टोरेंट, अतिथि गृह विकसित हो पाए हैं और न ही उस हिसाब से रोजगार मिल पाया है। बता दें कि टाईगर रिजर्व में पर्यटको को लेकर कई पूंजीपतियों ने क्षेत्र के आसपास भूमि ले रखी हैं। बाधवगढ़, कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की तरह यहां भी पर्यटन उद्योग विकसित हो सकेगा की उम्मीद में जमीन तो ली है पर अभी तक सपना साकार नहीं हुआ है। अब जबकि विभाग द्वारा शाम 6 बजे से 9 बजे तक टाईगर रिजर्व को खोले रखने का प्रयास किया जा रहा है तब ठंडे पड़े पर्यटन उद्योग में जान आने की उम्मीद बढ़ गई है। जो भी हो अभी तो सर्वे का काम पूरा हुआ है अगले कुछ महीनों में पर्यटक यहां नाइट सफारी का आनंद उठा सकेंगे। 
पर्यटन पर कोरोना इफेक्ट
संजय टाईगर रिजर्व में वैसे भी पर्यटको की आने की संख्या कमजोर रही है किन्तु इस वर्ष तो कोरोना के कारण और भी बाहरी लोग नहीं आ पा रहे हैं। पिछले एक महीने से टाईगर रिजर्व पर्यटको के लिए खोल तो दिया गया है किन्तु इस दौरान ढाई सौ से अधिक पर्यटक यहां घूमने आ सके हैं। बाहरी पर्यटको के कम संख्या में आने के पीछे कोरोना संक्रमण का भय कारण बना हुआ है तो स्थानीय पर्यटक जानकारी के अभाव में टाईगर रिजर्व नहीं पहुंच पा रहे हैं। दरअसल में स्थानीय पर्यटको को अभी तक यह नहीं पता कि वे बाघों को देखने के लिए टाईगर रिजर्व के किस क्षेत्र में प्रवेश करेंगे और वहां जाने पर क्या सुविधा मिलेगी। खुद के वाहन से जा सकते हैं या फिर वहां भी वाहन मिलेगा। टाईगर रिजर्व में प्रवेश के लिए टिकट लगेगा तो कितनी राशि खर्च करनी पड़ेगी। इस संबंध में न तो जिला मुख्यालय में किसी तरह की जानकारी प्रदर्शित की गई है और न ही इसे प्रचारित करने का काम किया गया है। 
इनका कहना है 
संजय टाईगर रिजर्व में रात्रिकालीन भ्रमण की सुविधा प्रदान करने के संबंध में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। विभागीय प्रक्रिया पूरी होने के बाद नाइट सफारी शुरू की जाएगी। 
जया पाण्डेय  सहायक संचालक, टाईगर रिजर्व।
 

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