विशेषज्ञ डॉक्टरों को पदस्थ करने सिंधिया ने लिखा पत्र 

विशेषज्ञ डॉक्टरों को पदस्थ करने सिंधिया ने लिखा पत्र 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-07 13:29 GMT
विशेषज्ञ डॉक्टरों को पदस्थ करने सिंधिया ने लिखा पत्र 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की पदस्थी हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि संसदीय क्षेत्र गुना के जिला शिवपुरी में तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान शिवपुरी क्षेत्र की जनता ने बड़े ही मार्मिक में स्वास्थ्य अव्यवस्थाओं के बारे में अधिकारियों  के साथ बैठक के दौरान अवगत कराया। 

सिंधिया ने पत्र में लिखा कि वाकई शिवपुरी जिले का जिला चिकित्सालय जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं पूरी तरह से चरमराई नजर आ रही है, जबकि यूपीए सरकार के शासन में शिवपुरी जिले की जनता के लिये भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की परियोजना के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर शिवपुरी क्षेत्र की जनता के लिये ट्रामा सेन्टर की सौगात देकर जिला चिकित्सालय को ग्रेड-2 में उन्नयन किया गया था, इसी  क्रम में वर्ष 2010-11 में भारत सरकार से 9.65 करोड की राशि की स्वीकृति प्रदान की गई थी, जिसकी पहली किश्त के रूप में 2.94 करोड़ (2.17 करोड़ उपकरण क्रय हेतु एवं 76.00 लाख रूपये मानव संसाधन एवं 1.00 लाख रूपये संचार प्रणाली हेतु) की राशि शिवपुरी ट्रामा सेन्टर के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा तत्समय प्रदान की गई थी। योजना के तहत प्रथम पांच वर्ष भारत सरकार को तथा आगे इस योजना के संचालन का जिम्मा राज्य सरकार का था, किन्तु राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं के सुचारू संचालन में कोई रूचि नहीं ली जा रही, जबकि क्षेत्र में 5 विधानसभा तथा 9 जनपद की लगभग 10 से 12 लाख  जनता स्वास्थ्य सेवाओं से महरूम है। 

वर्तमान में  शिवपुरी जिले में स्थित ट्रामा सेन्टर में जिला स्वास्थ्य समिति के अधीन मात्र 9 कर्मचारी संविदा व 2 विशेषज्ञ चिकित्सक स्थायी रूप में कार्यरत हैं, जबकि कुल स्थायी कर्मचारियों के 76 पद शासन से स्वीकृत हैं, जिसमें 18 विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हैं। आज स्थिति यह है कि चंद संविदा कर्मचारियों के भरोसे जिले की 12 लाख जनता है, जो इलाज के लिये दर-दर भटक रही है। हालात यह हैं कि विगत 05 माह से ट्रामा सेन्टर पर नियुक्त संविदा कर्मचारीे बिना मानदेय कार्य करने को विवश हैं, इस सेन्टर के आईसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) भी गत जनवरी  2017 से विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में बन्द है।

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