वृद्धा को 6 माह से नहीं मिला खाद्यान्न ,कलेक्टर से लगाई गुहार
नहीं आए तोर नाम, तै मर गई, तोही राशन न मिलिहै वृद्धा को 6 माह से नहीं मिला खाद्यान्न ,कलेक्टर से लगाई गुहार
डिजिटल डेस्क बरही/कटनी । साहब, कोटेदार कहत है तोर नाम नहीं आए तैं मर गई, तोही राशन न मिलिहै...नगर परिषद बरही के वार्ड नंबर 15 हीरापुर निवासी 85 वर्षीया सायरा बी ने जब नगर परिषद पहुंचकर सीएमओ को समस्या बताई तो वह भी भौंचक रह गए। वृद्धा के अनुसार उसके पति की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। राशन दुकान से उसे पहले गेहूं-चावल मिलता था। छह माह से राशन मिलना बंद गया है, तीन माह से वृद्धावस्था पेंशन भी बंद है। किसी तरह भीख मांगकर गुजारा कर रही है। वहां उपस्थित मीडिया कर्मियों ने जब वृद्धा से पूछा तो उसने स्थानीय बोली में बताया कि कोटेदार का कहना था कि उसका नाम कट गया है, उसे अब राशन नहीं मिलेगा, उसे मृत बताकर उसका नाम सूची से काट दिया गया है। यह कैसे हुआ है वह (कोटेदार) नहीं जानता। राशन और पेंशन नहीं मिलने से उसके भूखों मरने की नौबत आ गई। वृद्धा चलने-फिरने में भी असमर्थ है। जिससे वह गुहार लगाने भी कहीं नहीं जा पाई थी। गुरुवार को किसी बाइक चालक से अनुनय-विनय कर नगर परिषद कार्यालय तक पहुंची और सीएमओ को अपनी व्यथा बताई। जिस पर सीएमओ ने वृद्धा तो अपनी ओर तत्कालिक आर्थिक सहायता दी एवं संंबंधित विभाग के प्रभारी को तलब कर वृद्धा के प्रकरण की तत्काल जांच कर खाद्यान्न दिलाने एवं बंद पेंशन चालू कराने के निर्देश दिए।
इनका कहना है
वृद्धा सायरा बी ने खाद्यान्न नहीं मिलने एवं पेंशन बंद होने की मौखिक शिकायत की है। शाखा प्रभारी को तत्काल वृद्धा से संबंधित दस्तावेजों की जांच करने एवं महिला को राशन दिलवाने तथा पेंशन चालू कराने के निर्देश दिए हैं।
-मनोहर बृजवार, सीएमओ नप बरही