मलेरिया/डेंगू, चिकुनगुनिया पर प्रशिक्षण आयोजित

मलेरिया/डेंगू, चिकुनगुनिया पर प्रशिक्षण आयोजित

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-12-08 10:12 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, श्योपुर। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एसएन बिंदल एवं जिला व्हीबीड़ी सलाहकार श्री किरत सिंह कवचे द्वारा मलेरिया/डेंगू, चिकुनगुनिया तथा अन्य वेक्टर जनित रोगों का प्रशिक्षण जिला चिकित्सालय के मीटिंग हॉल में विजयपुर ब्लॉक की एएनएम/सीएचओ को दिया। प्रशिक्षण में मलेरिया के लक्षणों व उपचार एवं रोकथाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मच्छरों के प्रजनन स्थलों तथा मच्छरों के लार्वा नस्टिकरण की जैसे सात दिवस में पानी की निकासी करना तथा जहाँ से सम्भव ना हो उस स्थान पर टेमोफोस, या जला हुआ इंजिन का ऑइल डालें तथा लंबे समय तक भरे रहने वाले गड्डो में गंबूझिया मछली का संचयन करें आदि के बारे में जानकारी दी। मलेरिया की जाँच करने का तरीका श्री आरएन मित्तल सीनिअर लैब टेक्नीशियन व डॉ. हरिकृष्णा शिवहरे लैब टेक्नीशियन एवं स्वेता श्रीवास्तव रिसर्च असिस्टेंट व सुधा वर्मा लैब टेक्नीशियन पबउत द्वारा मलेरिया की दवानीति 2013 के अनुसार पूर्ण उपचार पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता हैं। इसलिए प्रत्येक बुखार के मरीज की जाँच करें तथा पॉजिटिव आने पर पूर्ण उपचार कराये। जिला व्हीबीडी सलाहकार के द्वारा डेंगू/चिकुनगुनिया, फाइलेरिया एवं अन्य वेक्टर जनित बीमारियों के लक्षणों की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही बीमारियों का लक्षणों के आधार पर उपचारित करने की जानकारी दी। किसी भी बीमारी के लक्षणों का पता चलते ही रेपिड फीवर सर्वे, लार्वा सर्वे, लार्वा नस्टिकरण स्पेस स्प्रे, फॉगिंग आदि कार्य कर नियंत्रण की कार्यवाही करवाये। अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें ताकि प्रभावी कार्यवाही कर उक्त बीमारियों को समय पर नियंत्रण किया जा सके। सभी प्रकार मलेरिया डेंगू, चिकुनगुनिया के प्रोटोकॉल भी उपलब्ध करवाये। साथ ही कोरोना वायरस की शपथ दिलाई कि मास्क, हैंड्स सेनेटाइजर का उपयोग करें, सामाजिक दूरी बनाकर रखें, भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में जानें से बचें, जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं आदि जानकारी दी। इस दौरान मलेरिया विभाग से शहरी मलेरिया निरीक्षक श्री श्यामलाल बाथम, डॉटा एंट्री ऑपरेटर श्री अमित गुप्ता एवं संतोष टांक आदि उपस्थित थे।

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