नागपुर की तर्ज पर लातूर में बनेगा ट्रॉमा केयर सेंटर

नागपुर की तर्ज पर लातूर में बनेगा ट्रॉमा केयर सेंटर

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-13 08:52 GMT
नागपुर की तर्ज पर लातूर में बनेगा ट्रॉमा केयर सेंटर

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) स्थित ट्रॉमा केयर सेंटर की बारीकियों को समझने के लिए बुधवार को लातूर की टीम ने ट्रॉमा का दौरा किया। करीब 5 घंटे में लेवल-1 से लेकर लेवल-2 और लेवल-3 की बारीकियों को जाना और समझा। ट्रॉमा का मुख्य उद्देश्य मृत्यु दर को रोकना है।

मृत्यु दर घट कर 45 से 21 हुई
नागपुर का ट्रॉमा केयर सेंटर राज्य में एकमात्र ट्रॉमा सेंटर है, जो अच्छी तरह से कार्य कर रहा है। लातूर ग्रामीण विधानसभा के विधायक धीरज देशमुख ने पूर्व में ट्रॉमा का निरीक्षण किया था। इसके बाद हाल ही में उनके नेतृत्व में नागपुर में बुधवार को एक टीम आई, जिसमें 6 सदस्य थे। यहां टीम को लेवल-1 ट्रॉमा केयर सेंटर के संचालन और उसके मशीनों की कार्यप्रणाली को समझाया गया। गाइडलाइन के अनुसार अपडेट रहने की पद्धति को बताया गया।

यह ट्रामा 90 बेड का है। जानकारी दी गी कि पूर्व में ट्रॉमा की मृत्यु दर 45 फीसदी थी, जो अब घटकर 21 फीसदी पर आ गई है। ट्रॉमा में हर माह भर्ती होने वाले मरीजों की 100 से 357 और सर्जरी 75 से 125 पर पहुंच गई है। मेडिकल अधिष्ठाता डॉ. सजल मित्रा ने टीम को प्रेजेंटेशन दिया। ट्रॉमा इंचार्ज डॉ. मोहम्मद फैजल ने निरीक्षण के दौरान टीम को ट्रॉमा की बारीकियों को समझाया।

लातूर में इसलिए जरूरी
लातूर में ट्रॉमा केयर सेंटर इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि वहां करीब 500 से 700 किलोमीटर के दूरी में कोई ट्रॉमा केयर सेंटर नहीं है। बुधवार को आई टीम थर्ड लेवल के ट्रॉमा के बारे में विचार कर नागपुर पहुंची थी, लेकिन उन्हें लेवल-1 के ट्रॉमा बारे में बताया गया, जो उनके लिए काफी रोचक जानकारी रही। 

दौरा करने वाले चिकित्सक
लातूर की टीम में ट्रॉमा केयर सेंटर मुरुड के डॉ. एल. एस. देशमुख, रेनापुर हॉस्पिटल के रेडियाेलॉजिस्ट डॉ. अानंद कर्नावत, उदगिर जनरल हॉस्पिटल के वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर डॉ. शशिकांत डांगे, विधायक धीरज देशमुख के प्रतिनिधि के रूप में मुरुड के डॉ. दिनेश नावगिरे, उदगिर हॉस्पिटल के एनेस्थेटिक डॉ. मेघश्याम कुलकर्णी, सिविल सर्जन ऑफिस तालूर के डॉ. माधव शिंदे टीम में शामिल थे।
 

Tags:    

Similar News