हाईवे की सर्विस रोड पर ट्रकों का कब्जा, हादसों का खतरा

हाईवे की सर्विस रोड पर ट्रकों का कब्जा, हादसों का खतरा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-03 08:22 GMT
हाईवे की सर्विस रोड पर ट्रकों का कब्जा, हादसों का खतरा

विडम्बना - अंधमूक बायपास चौराहे से तेवर तक एक जैसे हालात, लोग नहीं कर पा रहे सुविधा का उपयोग
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
सालों की कवायद और लंबी प्रक्रिया के बाद हाईवे फोरलेन बने और इनकी सर्विस रोड भी बनाई गई पर इन सर्विस रोड का पूरा उपयोग शुरू होता उससे पहले ये ट्रकों के कब्जे में खत्म होती जा रही है। 30 फीट के करीब चौड़ाई की दोनों हिस्सों की सर्विस रोड को ट्रकों ने पूरी तरह से िनगल लिया है। अंधमूक चौराहे में जबलपुर-भोपाल रोड में तेवर की सीमा तक 5 किलोमीट के दायरे में सर्विस रोड पूरी तरह कब्जे के आगोश में है। इसी तरह अंधमूक चौराहे से बहदन रेलवे ब्रिज लौहारी की सीमा तक। इसके बाद फिर पाटन, कटंगी बायपास चौराहों में सर्विस रोड का हिस्सा पूरी तरह से कब्जों की गिरफ्त में है। नगर निगम अतिक्रमण दल यहाँ अपनी सीमा न होने की बात कहकर इनको खाली नहीं करा पाता है तो एनएचएआई के अधिकारी सब कुछ देखकर भी अनजान बने हुये हैं। हालात ऐसे हैं जैसे एनएचएआई ने  खुद की बनाई सड़क को कब्जे करने के लिए छोड़ दिया है। सर्विस रोड में कब्जों से सभी तरफ हादसों का खतरा बढ़ गया है। 
 सर्विस रोड क्यों जरूरी 
व्यस्त हाईवे की शहरी सीमा में सर्विस रोड इसलिए बनाई जाती है कि आसपास के एरिया में जो वाहन या लोग जा रहे हैं वे मुख्य सड़क में न जाएँ। किसी भी तरह से मुख्य सड़क में तेज गति से जो ट्रैफिक संचालित हो रहा है उस पर असर न पड़े। शहरी हिस्से के वाहन इसी सड़क का उपयोग करें। 
टोल ले रहे सेवा नहीं दे रहे लोगों का कहना है कि एनएचएआई हाईवे पर चलने के लिए लोगों से टोल तो  लेती है। नियम यही कहता है कि सड़कों में गड्ढे न हों, सड़क बेहतर हो, इसके साथ यह भी जरूरी है िक किसी तरह से अतिक्रमण से मार्ग में ट्रैफिक प्रभावित न हो, हादसों का खतरा न रहे।  यात्री को किसी भी तरह की परेशानी होती है तो उसका समाधान करना एनएचएआई की ड्यूटी है लेकिन अभी सर्विस रोड में कब्जे बता रहे हैं कि एनएचएआई खुद लोगों को हादसों का िशकार होने के लिए झोंक रही है। 
हम लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं 
इनका कहना है
हमारे पास जो अधिकारी हैं उसके दायरे में रहकर हम अपनी सड़क में ट्रैफिक बेहतर रखने पेट्रोलिंग कराते हैं। ट्रकों का जहाँ पर कब्जा हो रहा है हम समझाइश दे रहे हैं। इसको लेकर जल्द ही प्रशासन से चर्चा कर और कार्रवाई की जाएगी ताकि यह रोड खाली हो सके। 
सोमेश बांझल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआई 
 

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