निगाही खदान में दो डम्परों की भिडंत, एक गंभीर -ओबी कम्पनी के दो वाहन डपिंग जोन में सुबह लगभग 4.30 बजे हुआ हादसा

निगाही खदान में दो डम्परों की भिडंत, एक गंभीर -ओबी कम्पनी के दो वाहन डपिंग जोन में सुबह लगभग 4.30 बजे हुआ हादसा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-20 11:53 GMT
निगाही खदान में दो डम्परों की भिडंत, एक गंभीर -ओबी कम्पनी के दो वाहन डपिंग जोन में सुबह लगभग 4.30 बजे हुआ हादसा

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (निगाही)। एनसीएल की निगाही खदान में नाईट शिफ्ट में ओबी डम्पिंग करने वाले दो डम्पर पीछे से टकरा गये। पीछे चल रहे डम्पर का केबिन ध्वस्त हो गया और आपरेटर के पैर की एक उंगली कट गयी और वह घटना में  गंभीर रूप से घायल हुए ऑपरेटर ओमप्रकाश पनिका का आनन-फानन केबिन से निकाल कर नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑपरेटर की हालत गंभीर होने पर उसे उपचार हेतु बनारस के लिए रेफर कर दिया गया है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना निगाही परियोजना के वेस्ट मिडिल बेंच पर हुई है। इस साइट पर ओबी निष्कासन करने वाली डीबीएल कम्पनी कार्य कर रही है। तकरीबन 4.30 बजे रात्रि पाली में डीबीएल का वोल्वो डम्पर क्रमांक 64 आपरेटर सचिन लेकर डम्पिंग बेंच पर पहुंचा, उसी समय वोल्वो डम्पर क्रमांक 26 में ओबी लेकर ओमप्रकाश पनिका भी पहुंचा था। दोनों ने ओबी अनलोड कर दिया और आगे पीछे चलने लगे। डम्पिंग जोन में ही अचानक 64 नम्बर डम्पर रूका और पीछे से आ रहा 26 नम्बर डम्पर जिसे घायल हुआ कर्मचारी ओमप्रकाश चला रहा था पीछे से आकर जोर से टकरा गया। इस दुर्घटना में इसके डम्पर का केबिन क्षतिग्रस्त हो गया और केबिन टेढ़ा होकर उसके पैर के पास मुड़ गया। केबिन के फर्श में लगी लोहे की चादर मुड़ी तो ऑपरेटर के पैर को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिससे उसके सेफ्टी शू में उंगलियों के ऊपर लगा लोहा टूट कर ऊंगली को काटते हुए निकल गया। घटना स्थल पर बही खून की धार देखकर मौजूद कर्मचारी घबरा गये और उसे बचाने के प्रयास में अफरा तफरी मच गयी।
नेहरू से रेफर किया गया बनारस
आपरेटर की हालत गंभीर होने से नेहरू अस्पताल से उसे बेहतर उपचार के लिए बनारस रेफर कर दिया गया है। जहां पर उसकी हालत स्थिर बतायी जा रही है। दुर्घटना के उपरांत परियोजना के सुरक्षा  अधिकारी व प्रबंधन मौके पर पहुंचकर घटना के कारणों की जांच पड़ताल कर रहे हैं। फिलहाल मामले में जांच शुरू कर दी गई है। दुर्घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने को दे दी गई है। कर्मचारियों ने कम्पनी प्रबंधन पर सुरक्षा में बरती गई लापरवाही बतायी जा रही है। खदान दुर्घटनाओं के विशेषज्ञ व प्रोजेक्ट सेफ्टी कमेटी के सदस्य मौके पर पहुंच कर छानबीन की है।

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