मजदूरी के विवाद में दो नाबालिगों ने की थी राजमिस्त्री की हत्या
मजदूरी के विवाद में दो नाबालिगों ने की थी राजमिस्त्री की हत्या
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (मोरवा)। मोरवा के निर्माणाधीन मीट मंडी में हुई राजमिस्त्री की हत्या का राजफास हो गया है। मजदूरी की मांग और प्रताडि़त किये जाने से आजिज आये दो नाबालिग मजदूरों ने मिलकर राजमिस्त्री विजय रावत की हत्या की थी। दोनों मजदूरों ने हत्या से पहले मृतक से अपनी मजदूरी मांगी थी। लेकिन मजदूरी न दे पाने के कारण उन दोनों ने लोहे के रॉड से मार-मार कर उसकी हत्या कर दी थी।
पुलिस ने हत्या मामले का खुलासा करते हुए बताया कि दोनों ही मजदूरों ने पैसों को लेकर विवाद किया था। देर शाम झगड़े की स्थिति बन गई थी। उसके बाद जब विजय रावत सो गया तो दोनों देर तकरीबन 2 बजे आए और सोते हुए उसे मारते रहे। अधिक खून बह जाने के कारण उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी। घटना की सूचना रानी सिंह ने अपने ठेकेदार को दी थी जिसके बाद से पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी थी। बीच बाजार हुए जघन्य हत्याकांड को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। जिसको लेकर मृतक के गांव और उसकी महिला साथी तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम सीधी रवाना हुई थी।
एसडीओपी मोरवा डॉ. कृपाशंकर द्विवेदी और थाना प्रभारी नागेन्द्र प्रताप सिंह ने मामले में चश्मदीद रही रानी सिंह की निशानदेही पर दोनों आरोपियों को चटका से गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर आईपीसी की धारा 302, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय पेश किया गया है। थाना प्रभारी श्री सिंह, सहायक उप निरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक अमर सिंह सहित अन्य आरक्षकों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा करने में सहयोग किया।