उज्जैन: 64 हजार से अधिक प्रतिभाशाली वर्ग के विद्यार्थियों के पढ़ने की व्यवस्था

उज्जैन: 64 हजार से अधिक प्रतिभाशाली वर्ग के विद्यार्थियों के पढ़ने की व्यवस्था

Aditya Upadhyaya
Update: 2021-02-08 08:16 GMT
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डिजिटल डेस्क, उज्जैन। प्रदेश में जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों के शैक्षणिक सुधार के लिये 126 विशिष्ठ आवासीय विद्यालय संचालित किये जा रहे है। इन विद्यालयों में 64 हजार से अधिक प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के पढ़ाई करने इंतजाम है। जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत संचालित इन विशिष्ठ आवासीय विद्यालयों के संचालन के लिये स्पेशल रेसिडेंसियल एवं एकेडेमिक सोसायटी का गठन किया गया है। जनजातीय क्षेत्रों में संचालित इन आवासीय विद्यालयों में 64 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय, 54 कन्या शिक्षा परिसर और 8 आदर्श आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे है।

केन्द्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष चयनित 12 एकलव्य आवासीय विद्यालयों में सीबीएसई मापदण्ड अनुसार प्रति शिक्षण संस्था को दो करोड़ चार लाख रूपये की राशि मंजूर की गई है। प्राप्त राशि से 32 एकलव्य विद्यालयों में विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीक से शिक्षा दिये जाने के लिये एक-एक स्मार्ट कक्ष का निर्माण किया गया है। प्रदेश के 118 विशिष्ठ आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सुविधा को बढ़ाये जाने के मकसद से 116 निर्माण कार्य मंजूर किये गये है। इनमें से 72 निर्माण कार्य पूरे कर लिये गये है। निर्माणाधीन 44 कार्यों को विभाग द्वारा समयसीमा में पूरा किये जाने के निर्देश दिये गये है। प्रदेश में संचालित 64 एकलव्य आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से प्रति छात्र करीब 48 हजार रूपये की राशि प्रति वर्ष उपलब्ध करायी जा रही है।

प्रदेश के 30 एकलव्य आवासीय विद्यालयों में ऑडीटोरियम भवन का निर्माण किया जा रहा है। भवन निर्माण का निश्वित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा किये जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये है।

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