केंद्रीय कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने 31 जनवरी से 4 फरवरी तक चलने वाले 8वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय सिल्क मेले का वर्चुअली पोर्टल पर उद्घाटन किया
केंद्रीय कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने 31 जनवरी से 4 फरवरी तक चलने वाले 8वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय सिल्क मेले का वर्चुअली पोर्टल पर उद्घाटन किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वस्त्र मंत्रालय केंद्रीय कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने 31 जनवरी से 4 फरवरी तक चलने वाले 8वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय सिल्क मेले का वर्चुअली पोर्टल पर उद्घाटन किया केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने आज भारतीय अंतर्राष्ट्रीय सिल्क मेले के 8वें संस्करण का उद्घाटन किया। यह मेला भारत का सबसे बड़ा रेशम मेला माना जाता है। इसे इंडियन सिल्क एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर 31 जनवरी से 4 फरवरी 2021 तक आयोजित किया गया है। कोविड-19 महामारी के चलते इस बार इस कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअली किया गया है। मेले का उद्घाटन करते हुए श्रीमती ईरानी ने कहा कि 200 से अधिक विदेशी खरीदार पहले से ही पंजीकृत हैं और भारत में उनके उतने ही प्रतिनिधि 100 से अधिक प्रसिद्ध और बड़ी भारतीय कंपनियों के साथ वर्चुअलमंच पर संवाद करेंगे जो रेशम और रेशम मिश्रित उत्पादों का विनिर्माण और व्यापार करते हैं। मंत्री ने प्रदर्शनी लगाने वालों और विदेशी खरीदारों से भारतीय रेशम को लेकर इस पहल में भाग लेने का आह्वान किया। कपड़ा मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय रेशम निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा भारतीय अंतर्राष्ट्रीय सिल्क मेले का आयोजन किया गया है। रेशम और रेशम मिश्रण उत्पादों के स्रोत के तौर पर इस मेला को वाणिज्य विभाग ने प्रायोजित किया है। भारत में रेशम उत्पादन का लंबा इतिहास है और यह रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।भारत दुनिया का एकमात्र देश है जो रेशम, शहतूत, एरी, तसर, और मुगा की सभी चार प्रमुख किस्मों का उत्पादन करता है और इसके लिए उत्पादों की बड़ी किस्में उपलब्ध हैं जिनमें वस्त्र, कपड़े और साड़ी, मेकअप, कालीन, हाई-फैशन रेशम के सामान, उपहार आइटम, स्कार्फ, स्टोल, घर में सजाने वाली वस्तुएं, पर्दे आदि शामिल हैं। भारत में पोचमपल्ली इकत, चंद्रपॉल सिल्क, मैसूर सिल्क, कांचीपुरम सिल्क, मुगा सिल्क, सलेम सिल्क, अरनी सिल्क, चम्पा सिल्क, भागलपुर सिल्क, बनारस ब्रोकेड और साड़ी आदि जैसे लगभग 11 ज्योग्राफ्किल इंडिकेटर्स (जीआई) उपलब्ध हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान निर्यातकों के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों को देखते हुए सरकार ने वर्चुअल मोड पर काउंसिल द्वारा एक वैकल्पिक व्यापार मॉड्यूल और सिल्क मेले का आयोजन करने की पहली पहल की है इससे विदेशी व्यापारिक भागीदारों के साथ व्यापार संपर्कों को पुनर्जीवित करने की उम्मीद है।