तबीयत बिगडऩे पर जिला अस्पताल में कराया गया था भर्ती

तिहरे हत्याकांड में सजा काट रहे बंदी की मौत तबीयत बिगडऩे पर जिला अस्पताल में कराया गया था भर्ती

Safal Upadhyay
Update: 2023-01-25 13:22 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क,सतना। तिहरे हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे 62 वर्षीय राजेन्द्र प्रसाद गौतम पुत्र स्वर्गीय रामाधार गौतम, निवासी पहाड़ी, थाना मैहर, की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। जेल उप अधीक्षक अभिमन्यु पांडेय ने बताया कि बंदी राजेन्द्र प्रसाद को अस्थमा की शिकायत थी, जिसका लंबे समय से इलाज चल रहा था। सोमवार शाम को तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर उन्हें जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। तब बंदी को एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान देर शाम बंदी की मौत हो गई। तब कोलगवां थाने में सूचना देकर मर्ग कायम कराया गया। मंगलवार सुबह सब इंस्पेक्टर पवन राज ने मरचुरी पहुंचकर पंचनामा कार्रवाई के पश्चात डॉक्टर पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया।  

बहू समेत उसके दो बच्चों को जलाकर मार डाला था 

राजेन्द्र प्रसाद गौतम ने अपने बेटे कमलाकांत गौतम, हरिशंकर गौतम और शिवशंकर गौतम के साथ मिलकर 17 जनवरी 2017 को कमलाकांत की पत्नी और उसके 2 मासूम बेटों की हत्या करने के बाद कमरे में बंद कर जला दिया था। इस जघन्य हत्याकांड को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम और पुलिस की गहन जांच से नाकाम हो गई थी। मैहर पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज कर चार्जशीट मैहर न्यायालय में दायर की, जहां से वर्ष 2020 में तीन हत्याओं के लिए राजेन्द्र गौतम और उनके तीनों बेटों को तिहरे आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया गया था, तभी से वह सेंट्रल जेल में सजा भुगत रहे थे।
 

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