पन्ना: कोविशील्ड से साइड इफेक्ट सामने आने के बाद लोगों का कराया जाये नि:शुल्क इलाज

  • कोविशील्ड से साइड इफेक्ट सामने आने के बाद लोगों का कराया जाये नि:शुल्क इलाज
  • राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया ज्ञापन

Sanjana Namdev
Update: 2024-05-09 07:41 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। कोविशील्ड से साइड इफेक्ट का मामला सामने आने के बाद अब कोविशील्ड टीका लगवाने वाले व्यक्तियों की चिंता बढऩे लगी है इसके साथ ही अब वैक्सीन लगवाने वाले व्यक्तियों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार और मौत होने पर उनके वारिशों को आर्थिक क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग भी उठने लगी है। जिस संबंध में एडवोकेट राजेश दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्रिटेन में द टेलीग्राफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूके की फार्मा कंपनी एकस्ट्राजैनिका ने लंदन की कोर्ट में स्वीकार किया है कि ऑक्सफोर्ड के साथ एकस्ट्राजैनिका कोरोना वायरस की वैक्सीन से साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं। भारत में इस वैक्सीन को हम कोविशील्ड नाम से जानते हैं जिसका भारत में निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने किया था फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनिका ने गंभीर बीमारी थ्रेम्बोसिस के साथ थ्रेम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम टीटीएस होना स्वीकार किया है।

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उसका टीका टीटीएस का कारण बन सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति में प्लेटलेट काउंट घटने व थ्रेम्बोसाइटोपेनिंग या खून के थक्के जमने जैसी समस्या हो सकती है। भारतीय संविधान के जीने के अधिकार के तहत प्रत्येक व्यक्ति का नियमित निशुल्क चिकित्सकीय परीक्षण कराया जावे एवं बीमारी के लक्षण पर निशुल्क उपचार करवाया जाए यदि रोगी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके आश्रितों को 5 करोड़ रूपये आर्थिक क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की जावे इस महत्वपूर्ण मांग को लेकर एडवोकेट राजेश दीक्षित के नेतृत्व में 8 मई 2024 को नीलाम्बर मिश्रा अपर कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। 

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