पन्ना: कलेक्टर ने की आकांक्षी विकासखण्ड अजयगढ में कार्यों के प्रगति की समीक्षा, समयबद्ध तरीके से अपेक्षित कार्यवाही के संबंध में दिए निर्देश
- कलेक्टर ने की आकांक्षी विकासखण्ड अजयगढ में कार्यों के प्रगति की समीक्षा
- समयबद्ध तरीके से अपेक्षित कार्यवाही के संबंध में दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, पन्ना। आकांक्षी विकासखण्ड अजयगढ में निर्धारित विभागीय सूचकांकों के आधार पर समग्र विकास के लिए समन्वित प्रयास कर अपेक्षित प्रगति के संबंध में समय सीमा में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसके लिए विभागों के जिलाधिकारी मैदानी अमले के साथ निर्धारित कार्ययोजना पर समन्वय के साथ कार्य कर समयबद्ध तरीके से अपेक्षित कार्यवाही करें। विभागीय गतिविधियों व आवश्यक प्रशिक्षण के लिए भी समुचित कार्यवाही करें। कलेक्टर सुरेश कुमार ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आकांक्षी विकासखण्ड अजयगढ की समीक्षा के दौरान उक्ताशय के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय, डिप्टी कलेक्टर आलोक मार्को एवं समीक्षा जैन सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री कुमार ने कहा कि आकांक्षी विकासखण्ड योजना की 7 जनवरी 2023 को शुरूआत के साथ ही इसमें पन्ना जिले के अजयगढ विकासखण्ड को शामिल किया गया है। विभिन्न विकास मानकों पर पिछडे क्षेत्रों के प्रदर्शन में सुधार इसका उद्देश्य है। इसलिए कार्ययोजना अनुसार कार्य कर रैंकिंग में सुधार का हरसंभव प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि पांच विभागों के 39 संकेतकों के आधार पर लक्ष्य के विरूद्ध नियत समयावधि में अपेक्षित प्रगति लाएं। इस दौरान विभागवार गतिविधियों की समीक्षा के दौरान इस वित्तीय वर्ष के लक्ष्यों और कार्यों के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ सजगता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संस्थागत प्रसव और अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन किया जाए। कुपोषण में कमी के लिए स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास द्वारा सार्थक प्रयास की आवश्यकता है।
पोषण पुनर्वास केन्द्रों में चिन्हित बच्चों के उपचार के लिए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों साथ ही वजन व स्वास्थ्य जांच के लिए एएनएम एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा गंभीरतापूर्वक दायित्वों का निर्वहन किया जाए। जिला कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों पर बीपी और शुगर की नियमित रूप से जांच और किसी भी समस्या पर अवगत कराने के निर्देश दिए। टीबी बीमारी की जांच और इलाज के लिए भी समुचित कार्यवाही के लिए कहा। आंगनबाडी केन्द्रों में टेक होम राशन व्यवस्था, पेयजल की उपलब्धता और शौचालय एवं पानी इत्यादि की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए निर्देशित किया। समय पर वास्तविक डाटा एंट्री के निर्देश भी दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा कर शालावार पंजीयन, ड्रापआउट के कारणों व पलायन इत्यादि की जानकारी लेकर शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार लाने के निर्देश दिए। साथ ही विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की सुविधा के लिए शेड्यूल तैयार कर शिक्षकों के प्रशिक्षण की बात कही। शालाओं में शौचालय संबंधी अद्यतन स्थिति प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए।
जिला कलेक्टर ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान एफपीओ के गठन, पीएम किसान हितग्राहियों, मृदा स्वास्थ्य कार्ड इत्यादि की जानकारी लेकर नवीन भर्ती कर्मचारियों एवं तकनीकी ज्ञान रखने वाले विशेषज्ञ अधिकारियों से विभिन्न मशीनों के संचालन के निर्देश दिए। इसी तरह पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप संचालक से पशुओं के टीकाकरण व विभागीय योजनाओं के प्रगति की जानकारी ली। अटल भू-जल योजना के संचालन संबंधी गतिविधियों के बारे में भी पूछा। अजयगढ विकासखण्ड में मझगायं बांध अंतर्गत जल जीवन मिशन द्वारा क्रियान्वित समूह नल जल योजना व नेटवर्क डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में जानकारी लेकर तात्कालिक रूप से ग्रामों के समूहवार पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ओडीएफ प्लस, दूरसंचार विभाग की भारत नेट परियोजना, पूर्व समन्वय कर नवीन कार्य शुरू करने, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, वित्तीय समावेशन व जागरूकता सहित डिजिटल लेनदेन को बढावा देने के लिए व्यवहारिक प्रयास एवं स्वसहायता समूहों के गठन इत्यादि की जानकारी प्राप्त कर प्रत्येक स्तर पर टीम वर्क के रूप में कार्य करने तथा लक्ष्य अनुरूप प्रगति लाने के निर्देश दिए।