पन्ना: समस्याग्रस्त उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर, दस हजार आबादी के बीच स्वास्थ्य सेवायें, दो एएनएम तथा एक सीएचओ के भरोसे

  • समस्याग्रस्त उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर
  • दस हजार आबादी के बीच स्वास्थ्य सेवायें
  • दो एएनएम तथा एक सीएचओ के भरोसे

Sanjana Namdev
Update: 2024-04-29 05:08 GMT

डिजिटल डेस्क, बृजपुर नि.प्र.। जिला मुख्यायल पन्ना से लगभग ३० किलोमीटर दूर स्थित बृजपुर कस्बा जो कि थाना मुख्यालय है। बृजपुर कस्बा ेसे जुडे करीब एक दर्जन गांव में रहने वाले करीब दस हजार से अधिक ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध हो जिसके लिए बृजपुर में एक मात्र उपस्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किया गया है परंतु दस हजार से अधिक आबादी के बीच स्थापित किए गए उपस्वास्थ्य केन्द्र में जरूरी व्यवस्थायें भी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। बृजपुर में स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र जो कि डिलेवरी प्वाईंट के रूप में घोषित है और साल भर के दौरान उपस्वास्थ्य केन्द्र में लगभग ५५० प्रसूताओं की डिलेवरी होती है उस डिलेवरी प्वाइन्ट की स्थिति यह है कि प्रसूता महिलाओं के लिए मात्र दो बेड एक छोटे से कमरे में दिए गए है। इसके साथ ही प्रसूता महिलाओं के लिए जो लेवर रूम बना हुआ है वह कमरा काफी छोटा है जहां पर प्रसूताओं के प्रसव को लेकर असुविधाओं का सामना करना पड रहा है इतना ही नही डिलेवरी प्वाइन्ट घोषित होने के बावजूद कूलरों तक की व्यवस्था उपस्वास्थ्य केन्द्र में नही की गई है। गर्मी के मौसम में जब पंखे गर्म हवा फेंक रहे हैं ऐसी स्थिति में प्रसव के दौरान तथा भर्ती होने के दौरान प्रसूता महिलाओं को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पडता है इस बात को पड रही गर्मी का एहसास करके स्वयं समझा जा सकता है। उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर के कार्य क्षेत्र अंतर्गत चार ग्राम पंचायतों बृजपुर, गजना, रमखिरिया, धरमपुर के कुल १० गांव एवं बडीखुर्द ग्राम पंचायत का एक ग्राम आता है इस तरह से कार्य क्षेत्र में कुल ११ ग्रामों में रहने वाले लोगों की संख्या लगभग १० हजार है जो स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा बृजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर निर्भर है किेन्तु उपस्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सीय सेवायें देने के लिए सिर्फ दो एएनएम तथा एक सामुदायिक चिकित्सा अधिकारी सीएचओ की पदस्थापना की गई है।

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जिन पर उपस्वास्थ्य केन्द्र के साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र अंतर्गत ११ गांव में स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा टीकाकरण इत्यादि कार्याे भी जिम्मेदारी है टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत एएनएम महिला कर्मचारी को ग्रामों में भी जाना पडता है ऐसे में दो में से एक एएनएम टीकाकरण के लिए गांव चली जाती है तो अकेली एक एएनएम के ऊपर डिलेवरी प्वाइन्ट में पहँुची प्रसूता की डिलवेरी करने की जिम्मेदार आ जाती है डिलेवरी प्वाइन्ट में प्रसव की सेवायें २४ घंटे दिए जाने का प्रावधान है। ऐसे में २४ घंटे की ड्यूटी दो एएनएम कार्यकर्ताओं को करनी पड रही है बताया जाता है कि इस स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ दोनों एएनएम महिलायें अपने कर्तव्यों को लेकर काफी जिम्मेदार है जिसके चलते बृजपुर क्षेत्र ही नहीं पहाडीखेरा उपस्वास्थ्य केन्द्र क्षेत्र अंतर्गत की प्रसूतायें डिलेवरी कराने के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर पहँुचती है जिसके चलते अधिक प्रसूता महिलाओं की डिलेवरी उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर के डिलेवरी प्वाइन्ट में दर्ज की जा रही है। जानकारी के अनुसार गत वर्ष उपस्वास्थ्य केन्द्र के कार्य क्षेत्र अंतर्गत २६५ प्रसूता गर्भवती महिलायें पंजीकृत हुई और उपस्वास्थ्य केन्द्र में ५२९ प्रसूताओं की डिलेवरी हुई। जिसका कारण पहाडीखेरा तथा क्षेत्र के अन्य डिलेवरी प्वाइन्ट क्षेत्र की प्रसूताओं का बृजपुर स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र के डिलेवरी प्वाइन्ट में डिलेवरी के लिए पहँुचना है। कई बार स्थिति यह होती है कि एक साथ ४-५ महिलायें प्रसव के लिए उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर आ जाती है तब समस्या यह होती है कि डिलेवरी प्वाइन्ट में सिर्फ दो बिस्तर है और लेवर रूम भी काफी छोटा है ऐसे में प्रसूता महिलाओं को जिला चिकित्सालय पन्ना में मजबूरी के लिए रेफर करना पड रहा है और इसके चलते कई बार प्रसव को लेकर अप्रिय स्थितियां भी सामने आ चुकी हैं। बृजपुर क्षेत्रवासियों की स्वास्थ्य संबधी समस्या को लेकर उपचार प्रबंधन को लेकर जिम्मेदारों द्वारा गंभीरता के साथ नहीं लिए जाने से ग्रामीण और प्रसूताओं, महिलाओं को परेशानी का सामना करना पडता है।

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सात बिस्तरों वाला डिलेवरी प्वाइन्ट बनाने की जरूरत

बृजपुर उपस्वास्थ्य केन्द्र में कर्तव्य निष्ठा के साथ सेवा दे रही एएनएम श्रीमती पार्वती मण्डल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डिलेवरी प्वाइन्ट में पहँुचने वाली प्रसूता महिलाओं की संख्या कई बार अधिक हो जाती है। ऐसे में एक अच्छा कमरा बनाकर उसमें सात बेड की व्यवस्था की जाने की जरूरत है साथ ही साथ लेवर रूम जो छोटा है उसकी जगह नया लेवर रूम भी बनवाया जाना आवश्यक है। गर्मी से बचने के लिए प्रसूताओं को एसी नहीं तो कम से कम कूलर की व्यवस्था बेहद जरूरी है।

उपस्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन किए जाने की मांग

बृजपुर कस्बा तथा इससे जुडे एक दर्जन गांव की आबादी लगभग १० हजार है इसके साथ ही साथ बृजपुर क्षेत्र अंतर्गत एक दर्जन से अधिक गांव ऐसे है जो सीधे तौर पर बृजपुर से जुडे है जिनको मिलाकर आबादी लगभग बीस हजार से अधिक हो जाती है और इस आबादी के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर मात्र एक उपस्वास्थ्य केन्द्र है। जिनमें चिकित्सक की पदस्थापना ही नहीं होती ऐसे में लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए ३० किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय पन्ना जाना पडता है। क्षेत्रवासियों द्वारा समस्या के समाधान के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोले जाने की मांग बीते एक दशक की जा रही है जो कि पूरी नहीं हो रही है लोगों की यह मांग है कि कम से कम प्राथमिक उपस्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत नहीं होता तब तक कम से कम उपस्वास्थ्य केन्द्र बृजपुर में एक चिकित्सक की तैनातगी स्वास्थ्य एवं जांच उपचार के लिए की जाये साथ ही साथ उपस्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम स्टाफ को भी बढाया जाये। 

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