गणेश संकटा चतुर्थी आज, इस विधि से धारण करें व्रत

गणेश संकटा चतुर्थी आज, इस विधि से धारण करें व्रत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-30 03:31 GMT

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गणेश, संकटा चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजन का विधान है। इस दिन गणपति के साथ ही माता पार्वती की भी पूजा की जाती है। कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी का व्रत रखने से संतान पर आने वाले सभी संकट शीघ्र ही दूर हो जाते हैं, साथ स्वयं को भी संकटों का पूर्वाभास हो जाता है। इस बार गणेश, संकटा चतुर्थी व्रत फाल्गुन कृष्ण की तृतीया को शनिवार 3 फरवरी 2018 के दिन अर्थात आज मनाया जा रहा है।  

 

सूर्याेदय के साथ ही प्रारंभ करें व्रत

इस व्रत के संबंध में कहा जाता है कि इस व्रत के संबंध में युधिष्ठिर को भगवान श्रीकृष्ण ने बताया था, जिसके बाद युधिष्ठिर ने भी यह व्रत धारण किया था। विधि-विधान से व्रत धारण कर पूजा करने पर भगवान लंबोदर अवश्य ही प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति के सभी कष्ट दूर करते हैं। सूर्य के उदय के साथ ही व्रत का प्रारंभ हो जाता है। सूर्यदेव को अघ्र्य देने का इस दिन बहुत ही महत्व है। 


मोदक, लड्डू का प्रसाद
इस दिन चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को तिल एवं गुड़ अर्पित करना उत्तम बताया गया है। साथ ही संकटहारी गणेश को मोदक आदि का भोग लगाकर उनके समक्ष प्रार्थना कर मनोकामना पूर्ण करना चाहिए। गणपति बप्पा को दूर्वा तथा लड्डू अत्यंत प्रिय है अत: गणेश जी पूजा में दुर्वा और लड्डू जरूर चढ़ाना चाहिए। ऐसे करने से आपकी मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होगी। चतुर्थी के दिन एक रात्रि के समय चंद्र उदय होने के बाद भोजन करना अति उत्तम बताया गया है। गणपति अपने भक्ताें पर जल्दी ही प्रसन्न हाे जाते हैं।


विनायकी चतुर्थी व्रत 19 फरवरी 2018
इसके पश्चात फाल्गुन माह शुक्ल पक्ष में 19 फरवरी 2018 को विनायकी चतुर्थी व्रत है। यह काल पंचक का है, किंतु शुभता के प्रतीक गणपति पंचक दोष से रहित माने गए हैं। अतः निर्विघ्न आप विधि पूर्वक व्रत धारण कर पूजन कर सकते हैं। 

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