गौरी तृतीया 2021: जानें कब है ये व्रत और क्या हैं इसकी पूजा विधि

गौरी तृतीया 2021: जानें कब है ये व्रत और क्या हैं इसकी पूजा विधि

Manmohan Prajapati
Update: 2021-02-13 09:52 GMT
गौरी तृतीया 2021: जानें कब है ये व्रत और क्या हैं इसकी पूजा विधि

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माघ मास शुक्ल पक्ष की तृतीया को गौरी तृतीया व्रत किया जाता है। इस तिथि को तीज की तरह मनाया जाता है, जिससे सुहाग और संतान की रक्षा होती है और कन्याओं का शीघ्र विवाह होता है। शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को भगवान शंकर के साथ देवी सती विवाह हुआ था अतः माघ शुक्ल तृतीया के दिन उत्तम सौभाग्य की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत किया जाता है। इस वर्ष गौरी तृतीया 14 फरवरी 2021, रविवार को है। 

गौरी तृतीया व्रत की महिमा के संबंध में पुराणों में उल्लेख है। जिसके अनुसार मां पार्वती ने घोर तपस्या कर के शंकर जी को वर के रूप में प्राप्त किया था। इसके बाद उन्हें गणेश जी और कार्तिकेय जैसे दो बेटे प्राप्त हुए थे। आइए जानते हैं इस व्रत और पूजा विधि के बारे में...

फरवरी 2021: इस माह में आएंगे ये महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार, देखें पूरी

पूजा विधि
- इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर नित्यक्रिया के बाद स्नानादि करें। 
- इसके बाद व्रत का संकल्प करें।
- इस दिन देवी सती के साथ-साथ भगवान शंकर का पूजा करें। 
- पंचगव्य तथा चंदन निर्मित जल से देवी सती और भगवान शिव की प्रतिमा को स्नान कराएं।
- धूप, दीप, नैवेद्य तथा नाना प्रकार के फल अर्पित कर पूजा करें।
- पूजा के दौरान में श्री गणेश पर जल, रोली, मौली, चन्दन, सिन्दूर, लौंग, पान, चावल, सुपारी, फूल, इलायची, बेलपत्र, फल, मेवा और दक्षिणा चढ़ाएं। 
- गौरी की प्रतिमा को जल, दूध, दही से स्नान करा, वस्त्र आदि पहनाकर रोली, चन्दन, सिन्दुर, मेंहन्दी लगाएं।
- शिव-पार्वती की प्रतिमाओं का विधिवत पूजन करके गौरी तृतीया कि कथा सुनें।
- माता को सुहाग की सामग्री अर्पण करें।

Magh Maas 2021: ये काम करने से मिलेगी सुख संपत्ति

गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करें
गौरी तृतीया को खास रुद्राक्ष धारण करें। रुद्राक्ष धारण करने से विघ्न दूर होते हैं। गौरी-शंकर रुद्राक्ष माता गौरी और शंकर जी का होता है, जो यह रुद्राक्ष धारण करता है उसकी दिमागी परेशानी दूर होती है। वहीं इस दिन शिव पार्वती की पूजा करने से रोग ठीक हो जाते हैं और धन की कमी भी दूर होती है। इस दिन कालसर्प योग की शांति के लिए गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करें।

Tags:    

Similar News