पेंशन में देरी या घूसखोरी: रिटायर शिक्षक रामसुंदर हॉकरे ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, जिम्मेदार अधिकारियों पर लगाया लेन देन का आरोप

  • पीएम और सीएम को लिखा पत्र
  • 29 फरवरी 2024 को हुए सेवानिवृत्त
  • करीब तीन महीने बाद भी नहीं बनी पेंशन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-22 14:13 GMT

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। एक सरकारी शिक्षक को सेवानिवृत्त होने के बाद किन परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसका जीता जागता उदाहरण मध्यप्रदेश के मुरैना में देखने को मिला। यहां रिटायर होने के करीब तीन महीने बाद भी शिक्षक को पेंशन नहीं मिल रही है। इसे लेकर शिक्षक ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। 

रिटायर शिक्षक को अपने परिवार के जीवन यापन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के यहां दर -दर की ठोंकने खानी पड़ रही है। संबंधित अधिकारियों की टालमटोल से पेंशन बनने में हो रही लेटलतीफी से परेशान होकर रिटायर अध्यापक ने प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओ नई दिल्ली, मुख्यमंत्री भोपाल,जिलाधीश मुरैना को शिकायती पत्र  लिखा है। 

आपको बता दें मुरैना जिले के शिकायतकर्ता रामसुंदर हॉकरे शासकीय माध्यमिक विद्यालय दतहरा  से दिनांक 29.02.2024 को सेवानिवृत्त हुए। अपने शिकायती पत्र में शिकायतकर्ता ने लिखा है कि शिक्षा विभाग और जिला पेंशन अधिकारी मुरैना द्वारा तीन माह बीतने पर भी मेरी पेंशन नही बनायी है। पेंशन विभाग का रैवया ठीक प्रतीत नहीं हो रहा है। उन्होंने संंबंधित अधिकारियों पर लेनदेन और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए है। शिकायतकर्ता शिक्षक ने अपने परिवार का जीवन यापन करने के लिए शीघ्र -अतिशीघ्र पेंशन बनवाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से गुहार लगाई है। 

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