Fake News: उत्तर प्रदेश सरकार ने लगाई स्कॉलरशिप पर रोक, जानें क्या वायरल दावे का सच

Fake News: उत्तर प्रदेश सरकार ने लगाई स्कॉलरशिप पर रोक, जानें क्या वायरल दावे का सच

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-10 11:02 GMT
Fake News: उत्तर प्रदेश सरकार ने लगाई स्कॉलरशिप पर रोक, जानें क्या वायरल दावे का सच

डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि इस साल बजट की कमी के चलते उत्तर प्रदेश के छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी। इस दावे के साथ लोग एबीपी न्यूज चैनल का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर कर रहे हैं। 

किसने किया शेयर?
कई ट्विटर और फेसबुक यूजर ने इस स्क्रीनशॉट को शेयर कर यही दावा किया है। 

क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने पड़ताल में पाया कि, सोशल मीडिया पर वायरल स्क्रीनशॉट फर्जी है। उत्तर प्रदेश में स्कॉलरशिप पर रोक लगने की बात भी निराधार है। हमने वायरल स्क्रीनशॉट की तुलना एबीपी न्यूज चैनल के यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियोज से की। इसमें हमने पाया कि स्क्रीनशॉट में लिखी खबर का फॉन्ट, चैनल का लोगो और खबर के अंत में चार बिंदियां लगाने का स्टाइल एबीपी न्यूज के वीडियोज से मेल नहीं खाता। हमें एबीपी न्यूज का ऐसा कोई वीडियो या उनकी वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें इस तरह की कोई सूचना हो कि इस साल उत्तर प्रदेश के छात्रों को स्कॉलरशिप नहीं मिलेगी। 

हमने पाया कि उत्तर प्रदेश सरकार की जिस वेबसाइट के जरिए स्कॉलरशिप और रिम्बर्समेंट के लिए आवेदन किया जाता है, वहां इस साल भी आवेदन करने की बात कही गई है। ऐसा कहीं कोई जिक्र नहीं है कि इस साल स्कॉलरशिप नहीं दी जाएगी। हाल ही में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर भी केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराई जाने वाली एक छात्रवृत्ति के बारे में नोटिफिकेशन जारी हुआ था। इसके बारे में ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ और ‘एबीपी न्यूज’ ने भी खबर पब्लिश की थी। 

बता दें कि, उत्तर प्रदेश सरकार में अलग-अलग वर्ग के छात्रों के लिए कई स्कॉलरशिप योजनाएं हैं। इनमें से कई योजनाओं के लिए पैसा केंद्र सरकार देती है। कुछ योजनाओं का फायदा छात्रों को सीधे मिलता है, तो कुछ योजनाओं में पैसा उनके कॉलेज के पास जाता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश सरकार के स्कॉलरशिप पर रोक लगाने का दावा पूरी तरह फर्जी है। किसी भी सरकारी वेबसाइट या अधिकारी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। 

निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर वायरल स्क्रीनशॉट फर्जी है। उत्तर प्रदेश में स्कॉलरशिप पर रोक लगने का दावा भी गलत है। 

 

 

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