जानें क्या है पीएम नरेंद्र मोदी की इस वायरल तस्वीर का सच?

फर्जी है यह खबर जानें क्या है पीएम नरेंद्र मोदी की इस वायरल तस्वीर का सच?

Neha Kumari
Update: 2021-10-08 06:11 GMT
जानें क्या है पीएम नरेंद्र मोदी की इस वायरल तस्वीर का सच?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर आए दिनों कुछ ना कुछ वायरल होता रहता है, इस बार भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। इन दिनों पीएम नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी चक्कर लगा रही है।

तस्वीर के साथ कुछ टेक्स्ट भी लिखा गया जिससे पता चलता है की तस्वीर ब्रिटेन में हुई किसी बैठक की है जहां पीएम मोदी को महाअध्यक्ष के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस तस्वीर को लोगों द्वारा फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर काफी शेयर किया जा रहा है। तस्वीर के साथ लिखा है “200 साल तक हमें गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन में कल 53 देशों के अध्यक्षों के बीच “मोदी महाअध्यक्ष” थे| यह दृश्य देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया होगा.”! 

क्या है वायरल तस्वीर की सच्चाई?
इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने इसे गूगल पर रिवर्स ईमेज सर्च करके देखा, जिसके बाद हमें कुछ मीडिया रिपोर्टस देखने को मिले, जिससे इस तस्वीर की बातें कहीं ना कहीं सच नहीं लग रहीं थीं। आगे की जांच में हमें पता चला कि यह तस्वीर लंबे वक्त से इंटरनेट पर वायरल हो रही है। एक ट्विटर यूजर ने इस तस्वीर को 02 दिसंबर 2018 में शेयर किया था इसके साथ ही उसने लिखा “200 साल तक हमें गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन में, 53 देशों के अध्यक्षों के बीच “ मोदी महाध्यक्ष” कसम से अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो आपकी छाती भी 56 इंच की हो गई होगी जरा इस फोटो को गौर से देखिये, भारत के इतिहास में कितने ही प्रधानमंत्री आये और गये लेकिन यह दृश्य देखने को नहीं मिला”। 
इस तस्वीर को पहले भी भ्रामक दावों के साथ शेयर किया गया है, 2019 में जब इसे कुछ और दावे के साथ शेयर किया गया था तो ऑल्ट न्यूज़ ने इस तस्वीर के ऊपर एक फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट जारी की थी।

 

एक रिपोर्ट से पता चलता है कि यह तस्वीर दावोस में इंटरनेशनल बिज़नेस काउंसिल के बैठक की है। नरेंद्र मोदी ने उच्च वैश्विक CEO के साथ वर्ल्ड इकॉनमिक फ़ोरम की सालाना मीटिंग में हिस्सा लिया था। वहीं इस तस्वीर को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा भी 23 जनवरी 2018 को ट्वीट किया गया था। इन सब रिपोर्ट से यह बात साफ हो जाती है की तस्वीर के साथ किए गए दावे गलत हैं। 
 

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