तेंदुए से लोगों में मची दहशत, फर्जी वीडियो लखनऊ का नहीं जयपुर का है

फर्जी खबर तेंदुए से लोगों में मची दहशत, फर्जी वीडियो लखनऊ का नहीं जयपुर का है

Manuj Bhardwaj
Update: 2021-12-31 17:23 GMT
तेंदुए से लोगों में मची दहशत, फर्जी वीडियो लखनऊ का नहीं जयपुर का है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक तेंदुए का वीडियो लखनऊ के लोगों के मन में दहशत का माहौल पैदा कर रहा हैं। तेंदुआ कई लोगों को घायल कर चुका हैं।

यह वायरल वीडियो ट्विटर के साथ-साथ कुछ मीडिया के आउटलेट्स पर भी शेयर किया गया है। जिसमें दावा किया गया है कि 25 दिसंबर को लखनऊ के छतों पर एक तेंदुए को एक छत से दूसरे छत पर कूदता देखा गया जिससे लोग बहुत डरे हुए है।

वन विभाग की टीम उसे पकड़ने में लग गई है। जांच करने पर पाया गया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो लखनऊ का नहीं बल्कि वह राजस्थान के जयपुर का है।

क्या है फर्जी वीडियो का दावा

सोशल मीडिया पर ट्विटर के माध्यम से तेंदुए का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया गया है कि "लखनऊ में घरों की छत पर दिखा तेंदुआ" यह 29 दिसबंर को "पूरी दूनिया" के ट्विटर अकाउंट से शेयर किया गया।

इसके साथ ही "न्यूज 18" के आउटसलेट्स जैसे मीडिया ने भी इस वीडियो को लखनऊ का बताया।

जानिए क्या है वायरल वीडियो की पूरी सच्चाई

दैनिक भास्कर हिंदी की जांच में पाया गया कि वायरल वीडियो राजस्थान के जयपुर में मालवीय नगर का है। इस वीडियो को वहां के स्थानीय लोगों को भेजा गया था। इस इलाके में रहने वाली एमिटि यूनिवर्सिटी, राजस्थान की एडमिरल काउंसलर टीना कपूर ने बताया कि तेंदुए का वायरल वीडियो मालवीय नगर का ही है।

जिसे उनके दोस्तों ने बनाया था। "द सैंटा किडस" स्कूल के प्रवक्ता ने भी वीडियो मालवीय नगर का होने की पुष्टि की है। हालांकि लखनऊ के वन विभाग अधिकारी ने 29 दिसंबर को वेबसाइट के एक इंटरव्यू में बताया कि 25 दिसंबर को लखनऊ में तेंदुए देखा गया था।

उसके बाद से नहीं देखा गया। शायद वह जंगल में चला गया होगा। वहीं अवध वन प्रभाग के प्रभागीय वन अधिकारी डॉक्टर रवि कुमार सिंह ने वायरल वीडियो की पुष्टि की है कि यह वीडियो लखनऊ का नहीं है।

राजस्थान वन विभाग का तर्क

राजस्थान वन विभाग के चीफ वाइल्डलाइफ वॉर्डन अरिंदम तोमर का कहना है कि जयपुर के मालवीय नगर में 19 दिसंबर को तेंदुए को पकड़ लिया गया है।

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