वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल, ये है रिपोर्ट की सच्चाई!

फर्जी खबर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल, ये है रिपोर्ट की सच्चाई!

Ankita Rai
Update: 2022-05-18 06:05 GMT
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल, ये है रिपोर्ट की सच्चाई!

डिजिटल डेस्क, भोपाल।  आज कल सोशल मीडिया पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर पर वित्त मंत्रालय को कोट करते हुए दावा किया जा रहा है कि 2022 में महंगाई ने गरीबों से ज़्यादा अमीरों को नुकसान पहुंचाया है। 


इस तस्वीर का खंडन करते हुए भारत सरकार की नोडल मीडिया एजेंसी प्रेस इन्फ़ोर्मेशन ब्यूरो ने बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री की तस्वीर वाला ग्राफ़िक फ़ेक है। इस तस्वीर के ग्राफ़िक में वित्त मंत्रालय के हवाले से लिखा गया है कि, “2022 में महंगाई गरीबों से ज़्यादा अमीरों को प्रभावित कर रही है.”इसी को लेकर भारत सरकार की नोडल मीडिया एजेंसी प्रेस इन्फ़ोर्मेशन ब्यूरो ने बताया कि वित्त मंत्रालय के और से ऐसा कोई बयान नहीं दिया है

तस्वीर की सच्चाई

जब हमने इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए जांच-पड़ताल के लिए ट्विटर पर कुछ की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें ‘मनी कंट्रोल’ के 12 मई का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में बताया गया था कि अप्रैल कि आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि अमीरों की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में बढ़ती मंहगाई से गरीबों को कम नुकसान हुआ है। 

इस लेख में बताया गया कि वित्त वर्ष 2022 में महंगाई का असर गरीबों से ज़्यादा अमीरों पर पड़ा है। गौर करने वाली बात ये है, कि निर्मला सीतारमण की तस्वीर के साथ लिखे ग्राफ़िक में भी इन ही शब्दों को प्रयोग किया गया है। पर इसमें अंतर कि बात ये है कि इसे वित्त मंत्रालय के कोट के तौर पर लिखा गया है। जबकि मनी कंट्रोल के लेख को वित्त मंत्रालय के कोट के तौर पर नहीं बल्कि आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट के तरह लिखा गया है। कुल मिलाकर इकोनॉमिक अफ़ेयर्स विभाग ने अपने रिपोर्ट में यह बताया है, कि महंगाई गरीबों से ज़्यादा अमीरों को प्रभावित कर रही है। PIB ब्यूरो ने अपनी एक रिपोर्ट में इस दावे को खारीज कर दिया है। साथ ही में यह भी बताया गया कि वित्त मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई स्टेटमेंट ही नहीं दिया है। 

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