Fake News: क्या सीलमपुर में प्रदर्शनकारियों ने स्कूल बस पर किया हमला?

Fake News: क्या सीलमपुर में प्रदर्शनकारियों ने स्कूल बस पर किया हमला?

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-19 06:49 GMT
Fake News: क्या सीलमपुर में प्रदर्शनकारियों ने स्कूल बस पर किया हमला?

डिजिटल डेस्क। देशभर में इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध हो रहा है। कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुआ। लोगों ने पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और वाहनों को आग के हवाला कर दिया। वहीं पुलिस ने भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। वीडियो में एक स्कूल बस दिखाई दे रही है। जिसमें छोटे-छोटे बच्चे डरे-सहमे नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा कि वीडियो सीलमपुर का है। 

फेसबुक पर वीडियो को मृत्युंजय तिवारी ने शेयर किया है। कैप्शन है, सीलमपुर में साफ-साफ दिखाई दे रहा है। स्कूली छोटे बच्चों पर पत्थरबाजी का खौफ, छोटे बच्चों से भरी बस को पत्थरबाजों ने नहीं छोड़ा। वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें।

इस वीडियो को ट्वीटर पर भी शेयर किया गया है। 

 

क्या है सच?

भास्कर हिंदी ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो सीलमपुर का नहीं है। यह वीडियो साल 2018 का है। पड़ताल में हमें हिंदुस्तान टाइम्स की एक न्यूज मिली। इस न्यूज के मुताबिक करणी सेना ने फिल्म पद्मावत का विरोध किया था। गुरुग्राम में प्रदर्शनकारियों ने एक स्कूल बस पर पत्थर फेंके। जिससे खिड़की का कांच टूट गया, बस में मौजूद बच्चे डर के मारे चीखने लगे। हालांकि कोई घायल नहीं हुआ।

वहीं पड़ताल में हमें कई न्यूज वेबसाइट मिली, जिन्होंने इस खबर को प्रकाशित किया था।

यह साफ है कि वीडियो गुरुग्राम साल 2018 का है। प्रदर्शनकारियों ने फिल्म पद्मावत के विरोध में स्कूल बस पर पत्थर फेंके थे। वीडियो सीलमपुर का नहीं है। 
 

 

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