अफ्रीका से लाए गए चीते द्वारा गाय का शिकार करने का वीडियो गलत, फर्जी दावे के साथ किया जा रहा शेयर, जानें वायरल वीडियो की सच्चाई 

फैक्ट चैक अफ्रीका से लाए गए चीते द्वारा गाय का शिकार करने का वीडियो गलत, फर्जी दावे के साथ किया जा रहा शेयर, जानें वायरल वीडियो की सच्चाई 

Anchal Shridhar
Update: 2022-09-21 14:51 GMT
अफ्रीका से लाए गए चीते द्वारा गाय का शिकार करने का वीडियो गलत, फर्जी दावे के साथ किया जा रहा शेयर, जानें वायरल वीडियो की सच्चाई 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नमीबिया से लाए गए चीतों को लाया गया है। इनके शिकार के लिए चीतलों की व्यवस्था की गई है। जिस पर विश्नोई समाज ने कड़ा विरोध जताया है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक जानवर गाय का शिकार करता हुआ नजर आ रहा है।

सोशल मीडिया पर लोग इस जानवर को हाल ही में अफ्रीका से भारत आए चीते बता रहे हैं। साथ ही वीडियो को अलग-अलग दावों के साथ शेयर कर चीते के खाने को लेकर सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उदाहरण के लिए एक फेसबुक यूजर ने लिखा “हिरण के बाद गाय बनी आहार. मोदीजी के चीते के भोजन गाय के बाद मानव का भोजन हो तो कोई अतिश्योक्ति नही होनी चाहिए आखिर क्या चाहते हैं मोती जी”

पड़ताल - हमने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए इसका फैक्ट चैक किया। सबसे पहले हमने कीवर्ड सर्च की सहायता ली। जिसकी सहायता से हमें आईएफएस अधिकारी साकेत बडोला की 15 अगस्त 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला। साकेत ने अपने ट्वीट में एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वायरल वीडियो के जैसे ही गाय का शिकार करते हुए वहीं जानवर दिखाई दे रहा है। साकेत ने इस जानवर को तेंदुआ बताया है। इसके अलावा कई मीडिया रिपोर्टों में भी जानवर को तेंदुआ ही बताया गया है। 

इस तरह हमारी पड़ताल में वायरल में किया गया दावा बिल्कुल फर्जी पाया गया। सबसे पहले तो वीडियो में दिखाया गया जानवर चीता नहीं तेंदुआ है। दूसरा यह वीडियो 17 सितंबर का नहीं बल्कि 22 अगस्त का है। 

बता दें कि चीता और तेंदुआ बीच अंतर उनकी खाल को देखकर किया जा सकता है। चीते के शरीर पर जहां काले रंग के गोल धब्बे होते हैं वहीं तेंदुए के शरीर काले रंग के गुलाब के आकार के धब्बे पाए जाते हैं। 


 

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