जंग की तैयारी जुटा पाक!: भारतीय सीमा के नजदीक बनाया नया एयरफील्ड, चीनी तोपों की कर रहा तैनाती

  • भारत के खिलाफ पाकिस्तान की नई साजिश
  • सीमा से सटे इलाकों में बना रहा मिलिट्री बेस
  • चीन में बने हथियारों की कर रहा तैनाती

Anchal Shridhar
Update: 2023-12-27 18:54 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। क्या पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई बड़ी साजिश रच रहा है? उसकी हालिया हरकत इसी ओर इशारा कर रही हैं। दरअसल, पाकिस्तान ने भारत से सटी सीमा के लगभग 20 किलोमीटर दूर एयरफील्ड का निर्माण किया है। इसके अलावा उसने यहां चीन से आयात किए गए SH-15SP हॉवित्जर तोप को भी तैनात किया है। खूफिया रिपोर्ट्स में इस एयरफील्ड की लोकेशन लाहौर के पास की बताई जा रही है। पाकिस्तान इस एयरफील्ड का इस्तेमाल नागरिक उड़ानों के लिए करेगा या फिर अपनी मिलिट्री के लिए करेगा, इस बात की पुष्टि कर पाना अभी मुश्किल है।

भारत की सुरक्षा पर खतरा!

भारतीय सीमा के नजदीक बनाए गए इस एयरफील्ड से भारत की सुरक्षा पर भी खतरा बढ़ सकता है। उधर, पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ-साथ कई सैन्य अधिकारियों ने भी इस पर कोई बयान देने से हिचकिचा रहे हैं। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि इस एयरफील्ड का इस्तेमाल फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूल बनाने के लिए किया जा सकता है।

अटकलों का बाजार गर्म

उधर पाकिस्तान द्वारा नया एयरफील्ड बनाने से अटकलों का बाजार भी गर्म हो गया है। लोगों का मानना है कि इस जगह का उपयोग पाकिस्तान हेलिकॉप्टर, ड्रोन और अन्य विमानों का प्रशिक्षण करने के लिए कर सकता है। साथ ही यहां पर चीन और तुर्की से आयात होने वाले ड्रोन्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा सबसे चिंताजनक बात ये है कि यह जगह भारतीय सीमा से महज 20 किलोमीटर दूर है ऐसे में पाकिस्तान के लिए यहां से UAV यानी अनमैन्ड एरियल व्हीकल (ड्रोन) लॉन्च करना काफी आसान होगा।

 क्या है तोप की खूबियां?

पाकिस्तान की सेना ने अपनी 28वीं और 32वीं आर्टिलरी रेजिमेंट्स चीन से मंगाई गई तोपों से भर दी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में पाकिस्तान ने चीन से SH-15 Self-Propelled (SP) काफी कम पैसों में खरीदा था। बता दें कि, पाकिस्तान की ये दोनों ही रेजिमेंट्स दूसरी आर्टिलरी डिविजन में है। जो कि भारत की पंजाब और राजस्थान सीमा के नजदीक सक्रीय रहती है।

बता दें कि SH-155P एक चाइना मेड तोप है जो स्टेट-ऑफ-द-आर्ट हॉवित्जर से नवाजी जा चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2019 में पाकिस्तान ने चीन से ऐसी ही 236 तोपें देने को कहा था। अब तक पाकिस्तान को चीन से इस तरह की 42 तोप मिली हैं। इन तोपों का प्रदर्शन पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी आर्मी डे की परेड में भी किया था। जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी सेना अपनी तीन आर्टिलरी रेजिमेंट को अपडेट कर रही है, जिसके मुताबिक हर एक रेजिमेंट में कुल 18 तोपों को रखा जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, 25 टन वजनी इस तोप की लंबाई 21.4 फीट, चौड़ाई 8.9 फीट और ऊंचाई 11.10 फीट है। इसे 6 लोगों की मदद से चलाया जाता है। तोप का कैलिबर 155*52 है। इसके साथ ही तोप में सेमी-ऑटोमैटिक वर्टिकल वेज टाइप ब्रीच ब्लॉक की तकनीक का प्रयोग किया गया है। इसमें 20 से 70 डिग्री के एंगल पर गोले दागने की क्षमता भी है। इसके अलावा यह 360 डिग्री में घूम भी सकती है।

इस तोप से हर मिनट 4 से 6 गोले दागे जा सकते हैं। यह तोप 20 किलोमीटर के औसत दायरे तक गोले बरसा सकती है। वहीं, तोप में यदि रॉकेट असिस्टेड प्रोजेक्टाइल भी लगा दिया जाए तो इससे 53 किलोमीटर की रेंज तक भी हमला किया जा सकता है। जा सकती है। इसकी तैनाती के लिए 6*6 के ट्रक पर होती है जो कि 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलता है।

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