POK: लड़कियां न कर सके पढ़ाई इसलिए लगा दी 12 गर्ल्स स्कूलों में आग

POK: लड़कियां न कर सके पढ़ाई इसलिए लगा दी 12 गर्ल्स स्कूलों में आग

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-03 16:52 GMT
POK: लड़कियां न कर सके पढ़ाई इसलिए लगा दी 12 गर्ल्स स्कूलों में आग
हाईलाइट
  • स्थानीय लोगों ने सिद्दिकी अकबर चौक पर शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
  • पाकिस्तान के अशांत गिलगित-बाल्टिस्तान में अज्ञात व्यक्तियों ने गुरुवार रात लड़कियों के 12 स्कूलों में आग लगा दी।
  • पाकिस्तान के उत्तरी हिस्से में लड़कियों के स्कूल अक्सर आतंकवादियों के निशाने पर होते हैं।

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के अशांत गिलगित-बाल्टिस्तान में अज्ञात व्यक्तियों ने गुरुवार रात लड़कियों के 12 स्कूलों में आग लगा दी। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सिद्दिकी अकबर चौक पर शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाया। बता दें कि POK के उत्तरी हिस्से में लड़कियों के स्कूल अक्सर आतंकवादियों के निशाने पर रहे हैं। इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है।

 

 

इन स्कूलों में लगाई आग
पुलिस ने बताया कि गिलगित से करीब 130 किलोमीटर दूर चिलास में गुरुवार देर रात अज्ञात व्यक्तियों ने इन स्कूलों में आग लगा दी। उन्होंने पूरे डायमर जिले में स्कूल संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। जिला प्रशासन के मुताबिक ये विद्यालय निर्माणाधीन थे। जिन स्कूलों को नुकसान पहुंचाया गया है उनमें गर्ल्स प्राइमरी स्कूल रोनाई चिलास, सोशल एक्शन प्रोग्राम (SAP) प्राइमरी स्कूल हुदूर, आर्मी पब्लिक स्कूल दरेल, प्राइमरी स्कूल ताबोर गांव, SAP प्राइमरी स्कूल ताबोर दरेल, आर्मी पब्लिक स्कूल तांगीर वैली, गर्ल्स प्राइमरी स्कूल गली बाला, तांगीर वैली, गर्ल्स प्राइमरी स्कूल शीगे मानिकल, दरेल वैली, प्राइमरी स्कूल गली बाला तांगीर वैली और गर्ल्स प्राइमरी स्कूल टाकिया चिलास शामिल हैं।

 


 

 

जिले में 244 सरकारी स्कूल
इस जिले में 244 सरकारी स्कूल है, जिसमें से 156 लड़कों के और 88 स्कूल लड़कियों के हैं। करीब 16,500 छात्र इन स्कूलों में पढ़ाई करते हैं, जिसमें से करीब 3479 लड़कियां हैं। इन स्कूलों को आतंकवादी अक्सर अपना निशाना बनाते रहे हैं। दिसंबर 2011 में भी दो गर्ल्स स्कूलों को धमाका कर तबाह किया गया था। इससे पहले फरवरी 2004 में भी नौ स्कूलों को आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था। इसमें से 8 स्कूल लड़कियों के थे।  

 

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