भगोड़ा नित्यानंद ही नहीं ये लोग भी बसा चुके हैं कैलासा जैसे देश, कहीं पर कुत्तों को मिला नागरिक का दर्जा तो कोई देश सिर्फ पिलर के भरोसे ही टिका

अजीबोगरीब देश भगोड़ा नित्यानंद ही नहीं ये लोग भी बसा चुके हैं कैलासा जैसे देश, कहीं पर कुत्तों को मिला नागरिक का दर्जा तो कोई देश सिर्फ पिलर के भरोसे ही टिका

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-07 11:35 GMT
भगोड़ा नित्यानंद ही नहीं ये लोग भी बसा चुके हैं कैलासा जैसे देश, कहीं पर कुत्तों को मिला नागरिक का दर्जा तो कोई देश सिर्फ पिलर के भरोसे ही टिका
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डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। भगोड़ा नित्यानंद इन दिनों काफी सुर्खियों में बना हुआ है। साल 2019 से देश से भागा हुआ नित्यानंद तब चर्चा में आया था जब उसने दावा किया था कि उसका अपना भी एक देश है। जिसका नाम "कैलासा" है। हाल ही में नित्यानंद की प्रतिनिधी को यूनाइटेड नेशंस में देखा गया था। जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि वो अपने देश को मान्यात दिलाने के लिए सयुंक्त राज्य के चक्कर काट रहा है। दावा तो ये भी है कि अपने देश की नागरिकता देने के लिए ऑनलाइन की सुविधा दे रखी है। जिससे लोग ई-नागरिकता ले सकते हैं। हालांकि, नित्यानंद ऐसा पहला व्यक्ति नहीं है जिसने दावा किया हो कि उसका अपना देश है। इससे पहले भी कई लोगों ने दावा किया है कि उनका भी अपना देश है।

लिबरलैंड

लिबरलैंड क्रोएशिया और सर्बिया के बीच में बसा हुआ है। जिसके किनारे डैन्यूब नदी भी बहती है। इस देश का निर्माण विट जेडलिका ने साल 2015 में किया था। इसका अस्तिव दो देशों के लड़ाई की वजह से आया था। बाद में जेडलिका द्वारा लिबरलैंड को माइक्रोनेशन घोषित कर दिया गया था। जिसकी वजह से आज इस देश की आबादी ढाई लाख के करीब जा पहुंची है। बता दें कि, हर देश की तरह इस देश में भी कानून है। यहां के लोगों पर टैक्स, प्रॉपटी रूल्स जैसे नियम भी लागू हैं।

रिपब्लिक ऑफ मोलेशिया

इस देश की आबादी महज 34 ही है। जिसमें 30 इंसान और 4 कुत्ते रहते हैं। इस देश की दिलचस्प बात यह है कि यहां कुत्तों को भी नागरिकता दी जाती है। बता दें कि, इस देश का निर्माण केविन बॉघ ने किया था। जो अपनेआप को तानाशाह बुलवाना पसंद करते हैं। साथ ही वो हमेशा ही सेना की ड्रेस में रहते हैं। इस देश में जो भी व्यक्ति घूमने के लिए आता है उसका वो खुद ही स्वागत करते हैं। रिपब्लिक ऑफ मोलेशिया नाम का यह देश महज 2.28 एकड़ में ही बसा हुआ है। वहीं इस देश की करेंसी वैलोरा है और यहां का बैंक ऑफ मोलोशिया प्रिंटेड नोट और चिप वाले सिक्के भी देता है।

रिपब्लिक ग्लेशियर 

इस लिस्ट में रिपब्लिक ग्लेशियर नाम का भी एक देश है। जो चिली और अर्जेंटीना के बीच में बसा हुआ है। इसे बसाने वाला एक पर्यावरण एक्टिविस्ट है, जिसने साल 2014 में बसाया था जिसका उद्देश्य जल को बर्बाद होने से बचाना था। दिलचस्प बात ये है कि इस देश के अपने पासपोर्ट है और इसे ऑनलाइन अप्लाई करके लिया जा सकता है।

प्रिंसिपलिटी ऑफ पोंटिन्हा

प्रिंसिपलिटी ऑफ पोंटिन्हा एक देश है। जिसे एक टीचर ने बसाया है। इस देश की बात करें तो यह मैडिरा आइलैंड पर स्थित है। जो कि पुर्तगाल की प्रॉपर्टी रही है। जिसे साल 2000 में पुर्तगाल के राजा ने एक शिक्षक को बेच दिया था। जिसका नाम रेनाटो डी बैरोस है। जो खुद को प्रिंस के तौर पर पेश करते हैं।

सीलैंड

सीलैंड भी एक देश के रूप में जाना जाता है। मजे की बात ये है कि इस देश का एरिया दो टेनिस कोर्ट जितना ही है। यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अस्तिव में आया था। इस का निर्माण एचएम फोर्ट रफ्स नाम के एक सैनिक ने किया था। यह देश महज दो पिलर्स पर टिका हुआ है। अगर हम इस देश की इतिहास की बात करें तो साल 1966 में ब्रिटिश नेवी ने इस इलाके को खाली कर दिया था। जिसका कारण रहा इंटरनेशनल सी एरिया में होना। अगर इस जगह पर किसी व्यक्ति को जाना भी होता है तो वो नाव और फेरी का उपयोग करता है।

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