कम नहीं हो रहीं बाबा रामदेव की मुश्किलें: सुप्रीम कोर्ट के बाद उत्तराखंड सरकार से मिला बड़ा झटका, पतंजलि के 14 प्रोडक्टों पर लगा बैन

  • विज्ञापन मामले को लेकर उत्तराखंड सरकार बड़ा फैसला
  • रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के 14 उत्पादों पर लगाया बैन
  • सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में दी जानकारी

Anchal Shridhar
Update: 2024-04-29 19:58 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। योग गुरू बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। उत्तराखंड ने बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद और दिव्य फार्मेंसी के 14 प्रोडक्टों पर बैन लगा दिया है। इसकी जानकारी राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर दी। राज्य की लाइसेंस ऑथारिटी ने सोमवार को प्रोडक्ट्स पर बैन का आदेश भी जारी कर दिया। जिसमें कहा गया कि पतंजलि आयुर्वेद अपने उत्पादों के बारे में भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित करता है जिस वजह से कंपनी के लाइसेंस पर रोका गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तराखंड लाइसेंस अथॉरिटी ने पतंजलि के जिन प्रोडक्टों पर बैन लगाया है उनमें दृष्टि आई ड्रॉप, स्वासारि गोल्ड, स्वासारि वटी, ब्रोकोम, स्वासारी प्रवाही, स्वासारी अवलेह, मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर, लिपिडोम, बीपी ग्रिट, मधुग्रिट, मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर, लिवामृत, एडवांस, लिवोग्रिट, और आईग्रिट गोल्ड शामिल हैं। यह आदेश राज्य के सभी जिला ड्रग इंस्पेक्टर को भी भेजा गया है।

बता दें कि भ्रामक विज्ञापन मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण और पतंजिल आयुर्वेद को फटकार लगाई है। कोर्ट का कहना है कि रामदेव ने कोर्ट के उस आदेश का पालन नहीं किया जिसमें उनसे अपने कुछ उत्पादों के भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाने के लिए कहा गया था। आज इस मामले की कोर्ट में सुनवाई होगी। जिसमें यह तय किया जाएगा कि रामदेव के खिलाफ अवमानना का आरोप लगाया जाए या नहीं। बता दें कि कोर्ट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की 2022 में लगाई याचिका पर सुनवाई कर रही है। जिसमें संस्था ने रामदेव और उनकी कंपनी पर कोविड को रोकने के लिए चलाए गए अभियान और चिकित्सा की आधुनिक पद्धतियों को बदनाम करने का अभियान चलाने का आरोप लगाया है।

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