शिकायत: सगे-संबधियों को पहुंचाया लाभ, डीएफओ पर लाखों रूपए के भ्रष्टाचार के आरोप, मामले की वनमंत्री से की गई शिकायत

  • डीएफओ पुनीत सोनकर के खिलाफ वनमंत्री से की गई थी शिकायत
  • लाखों रूपए के भ्रष्टाचार के हैं आरोप
  • भाई-बहन को किया गया लाखों रुपये का भुगतान

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-24 15:24 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। दक्षिण वन मंडल पन्ना में पदस्थ डीएफओ पुनीत सोनकर के खिलाफ बीते वर्ष तत्कालीन वन मंत्री विजय शाह को विभागीय कार्यों में भ्रष्टाचार व अपने परिजनों को अवैध तरीके से लाखों रुपये का भुगतान किए जाने संबंधी शिकायत की गई थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि डीएफओ के द्वारा अपने परिवार के लोगों को लाखों रुपये का अनुचित लाभ पहुंचाया गया है तथा विभागीय कार्यों में जमकर आर्थिक गड़बड़ी की गई है। उक्त शिकायत को तत्कालीन वन मंत्री के द्वारा गंभीरता से लेते हुए वन वृत्त छतरपुर के मुख्य वन संरक्षक को पत्र क्रमांक 290 जारी कर निर्देश दिए गए कि शिकायत गंभीर प्रवृत्ति की है इसकी दस दिवस के अंदर जांच पूरी कर तथ्यों सहित वन मंत्री कार्यालय को रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मंत्री जी के द्वारा जारी किए गये निर्देशों की मुख्य वन संरक्षक के द्वारा महज औपचारिकता निभाई गई।

उक्त जांच का जिम्मा सीसीएफ संजीव झा के द्वारा दक्षिण वनमंडल में पदस्थ एसडीओ कल्दा को सौंप दी गई। वरिष्ठ अफसर की जांच जूनियर अफसर से कराए जाने को लेकर पूरी जांच के ऊपर ही प्रश्न चिन्ह लग रहा है। जिस अधिकारी के खिलाफ जांच करना थी उन्हीं के अधीनस्थ कल्दा एसडीओ नितिन कुमार निगम कार्यरत है अपने से वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ जांच करने से उन्होंने भी महज औपचारिकता ही समझा और शिकायतकर्ता के द्वारा जांच में शामिल नहीं किए जाने का साधारण पंचनामा तैयार कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली गई।

भाई-बहन को किया गया लाखों रुपये का भुगतान

शिकायतकर्ता ने मंत्री को भेजे गये पत्र में उल्लेख किया था कि ग्रीन इंडिया मिशन के अंतर्गत वनपरिक्षेत्र मोहन्द्रा एवं कल्दा में प्रशिक्षण का आयोजन उत्थान फाउंडेशन छिड़वाड़ा के द्वारा किया गया। उक्त संस्था में डीएफओ सोनकर की बहिन पूजा सोनकर शामिल बताई गई है। उक्त संस्था को मनमाने दरों पर बिना कोई निविदा जारी किए प्रशिक्षण करवाकर वन समितियों के माध्यम से योगा के बहाने संस्था को लाखों रुपये का भुगतान वनपरिक्षेत्र मोहन्द्रा से किया गया है। इसी तरह समितियों के माइक्रो प्लान तैयार कराने में भी सिवनी की संस्था को जिसमें भी इनकी बहिन शामिल है काम देकर समितियों के माध्यम से एनजीओ को बिना दर स्वीकृत किए भुगतान करवाया गया है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि धर्मेन्द्र सोनकर डीएफओ के भाई जो अनाधिकृत रूप से वन मण्डल के अंतर्गत बांस को कटवाकर सतना एवं राजस्थान भिजवा रहे हैं। जिससे कही न कही पूरा मामला संदेहस्पद नजर आ रहा है।

विभागीय कार्यों में भी लाखों रुपये हेरफेर

मनरेगा के तहत बांस वृक्षारोपण कार्य रेंज मोहन्द्रा, रैपुरा में क्षेत्र तैयारी सीपीडब्ल्यू निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया। फेंसिंग कार्य में पत्थर मौके पर थे फिर भी लाखों रुपये परिवहन के नाम पर भुगतान किए गये। वहीं डिपो में विस्तारिकारण भवनों की मरम्मत निर्माण कार्य में भी फर्जी बिल लगाकर भुगतान किए गये है। इसी तरह सामग्री क्रय, प्रशिक्षण, सुरक्षा के नाम पर भी भुगतान किया गया है।

इनका कहना है

दो-तीन माह पहले जांच हो चुकी है जो शिकायत हुई थी उसमें शिकायतकर्ता का नाम नहीं था। मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग को स्पष्ट निर्देश है कि शिकायत की जांच के समय शिकायतकर्ता को बुलाया जाए लेकिन नाम नहीं होने के कारण उनका कोई पता नहीं चला वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है एवं शासन के निर्देश अनुसार की गई शिकायत को नस्तीबद्ध कर दिया गया है।

- नितिन कुमार निगम, एसडीओ कल्दा दक्षिण वनमंडल पन्ना

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