अमित शाह फर्जी वीडियो मामला: अहमदाबाद पुलिस का बड़ा एक्शन, दो गिरफ्तार, आप और कांग्रेस से है कनेक्शन

  • अमित शाह फर्जी वीडियो मामले में बड़ा एक्शन
  • अहमदाबाद पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार
  • आप और कांग्रेस पार्टी से है कनेक्शन

Ritu Singh
Update: 2024-04-30 09:46 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो मामले में अहमदाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक, इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिन दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनका ताल्लुक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से है। मामले की जांच करने के लिए दिल्ली पुलिस ने 6 राज्यों में टीमें भेजी है। फर्जी वीडियो मामले की जांच के लिए झारखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और नागालैंड में अलग-अलग टीमें भीजी गई हैं। बता दें कि शाह से जुड़े फर्जी वीडियो मामले में तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी को भी तलब किया गया है।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदाबाद साइबर क्राइम की टीम ने कथित फर्जी वीडियो मामले में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सतीश वनसोला और आर बी बारीया को गिरफ्तार किया है। सतीश वनसोला दरअसल कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी के पीए हैं वहीं आर बी बारीया आम आदमी पार्टी के दाहोद जिले के प्रमुख हैं। अहमदाबाद पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए गए इन दोनों शख्स ने फर्जी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया था।

असम से भी हुई थी गिरफ्तारी

इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार को कहा था कि असम पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े एक वीडियो में छेड़छाड़ के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान रीतम सिंह के रूप में हुई थी। असम के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था, "असम पुलिस ने माननीय गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े फर्जी वीडियो के मामले में रीतम सिंह नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।" एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि यह गिरफ्तारी सोमवार (29 अप्रैल) को की गई। उन्होंने कहा कि छेड़छाड़ किए गए वीडियो के संबंध में पान बाजार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के बाद सिंह को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया गया। रविवार (28 अप्रैल) को दिल्ली पुलिस ने अमित शाह के वीडियो से छेड़छाड़ करने को लेकर एक शिकायत के बाद एक प्राथमिकी दर्ज की, जब भाजपा ने कहा कि आरक्षण पर गृह मंत्री की टिप्पणी दिखाने वाला वीडियो फर्जी था।

क्या है पूरा मामला?

तेलंगाना के मेडक जिले के सिद्दीपेट में भाजपा की चुनावी रैली में 25 अप्रैल को अमित शाह द्वारा दिए गए भाषण के वीडियो को कथित तौर पर छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा था कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वह धर्म के आधार पर मुसलमानों को दिए जानेे वाले आरक्षण को खत्म कर देगी और इसे एससी, एसटी और ओबीसी के बीच वितरित करेगी। लेकिन आरोपियों ने वीडियो के साथ छेड़छाड़ की और यह संदेश देने का प्रयास किया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है, तो एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।

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