दिल्ली कांग्रेस में घमासान: अरविंदर सिंह पर दीपक बाबरिया ने लगाया अयोग्य लोगों को प्रमोट करने का आरोप, कल अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा

  • दीपक बाबरिया ने लवली पर लगाया आरोप
  • कहा - अयोग्य लोगों को करते थे प्रमोट
  • सिंह ने कल अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा

Ritu Singh
Update: 2024-04-29 05:24 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपा था जिसमें अरविंदर सिंह ने लिखा था कि वह खुद को अपाहिज महसूस करते हैं। इस्तीफा पत्र में पूर्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस आलाकमान के गठबंधन के फैसले और पार्टी प्रत्याशी कन्हैया कुमार और उदित राज्य के बयानों की भी आलोचना की थी। अमरिंदर सिंह रैली ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर भी कई आरोप लगाए थे। अब इस मामले पर दीपक बाबरिया का बयान सामने आया है। उन्होंने अमरिंदर सिंह पर जमकर निशाना साधा है।

अरविंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष खड़गे को भेजे गए इस्तीफा पत्र में एआईसीसी दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई आरोप लगाते हुए लिखा था, "दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को एआईसीसी (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया। एआईसीसी महासचिव ने मुझे डीपीसीसी (दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी) में कोई वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी। मीडिया के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के लिए मेरे अनुरोध को सिरे से खारिज कर दिया गया।"

'कांग्रेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा' - बाबरिया

एक तरफ अरविंदर सिंह लवली ने दीपक बाबरिया पर एकतरफा वीटो करने का आरोप लगाया तो वहीं दूसरी तरफ एआईसीसी दिल्ली प्रभारी ने लवली पर अयोग्य लोगों को प्रमोट करने का आरोप लगाया। बाबरिया का कहना है कि इससे आम कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर रहा था जिस वजह से लवली को रोका गया था। उन्होंने कहा कि लवली का ऐसे समय में इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण है जब देश में आम चुनाव चल रहे हैं। हालांकि, उनका कहना है कि इससे कांग्रेस पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

'उन्होंने जो किया वो दुखद है'

नियुक्तियों और वीटो वाले लवली के आरोपों पर दिल्ली कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि लवली सभी कमेटियों और पैनलों का हिस्सा थे, ऐसे में उन्हें उसी समय आपत्तियां उठानी चाहिए थी। दीपक बाबरिया ने कहा कि जो कोई भी किसी पार्टी या पद से खुद को दूर करता है , वो इसके कारण ढूंढता है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने उन पर विश्वास दिखाया और इतना बड़ा पद दिया, लेकिन उन्होंने जो किया वो दुखद है।

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