क्या पीएम मोदी के बाद अन्नदाता के सामने झुकेंगे राकेश टिकैत? बॉर्डर पर डटे रहने की जिद्द से छूट रहा किसानों का साथ

टिकैत का साथ छोड़ रहे किसान क्या पीएम मोदी के बाद अन्नदाता के सामने झुकेंगे राकेश टिकैत? बॉर्डर पर डटे रहने की जिद्द से छूट रहा किसानों का साथ

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-22 06:56 GMT
क्या पीएम मोदी के बाद अन्नदाता के सामने झुकेंगे राकेश टिकैत? बॉर्डर पर डटे रहने की जिद्द से छूट रहा किसानों का साथ
हाईलाइट
  • राकेश टिकैत ने की एमएसपी गारंटी समेत 6 अन्य मांगें

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। गुरुनानक जयंती के शुभअवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का ऐलान किया कि, केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले रही है और अन्नदाता अब अपने-अपने घर लौट जाए। लेकिन, किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान के बाद कहा कि, जब तीनों कानूनों को संसद में रद्द न कर दिया जाएं तब तक वो आंदोलन खत्म नहीं करेंगें। हालांकि, उनकी इस जिद्द में अब किसानों ने उनका साथ छोड़ना शुरु कर दिया है।

जब से पीएम ने ऐलान किया है, तब से आंदोलन कर रहे किसानों की संख्या में कमी आ रही है। राकेश टिकैत की ओर से एमएसपी गारंटी कानून समेत 6 मांगों को सरकार के सामने रखा गया है। लेकिन, इन मांगों को लेकर किसान ज्यादा सीरियस नजर नहीं आ रहे है। गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की बड़ी संख्या अपने घर के लिए लौट चुकी है। हालांकि, वहां टेंट अब भी लगे हुए है। माना जा रहा है कि, किसानों ने भले ही आंदोलन से पीछे हटने का मन बना लिया हो। लेकिन, किसान नेता अब भी बॉर्डर पर डटे रहने के मूड में है। उनका कहना है कि एमएसपी पर कानून बनने के बाद ही घर वापसी की जाएगी।

भारतीय किसान यूनियन के मेरठ मंडल के अध्यक्ष पवन खटाना ने कहा,"हम पीएम मोदी के फैसले का सम्मान करते है। लेकिन, "हमें एमएसपी क्या अब हमें एमएसपी के लिए भी बॉर्डर पर आंदोलन करना पड़ेगा?"बता दें कि, किसानों की तरफ से पीएम मोदी को खुला पत्र लिखकर MSP सहित 6 कानूनों की मांग की गई है। 

 

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