पीएम मोदी की सुरक्षा में पहली बार शामिल होंगे देसी नस्ल के कुत्ते, जानें क्यों हैं इतने खास?

पीएम मोदी की 'देसी' सुरक्षा पीएम मोदी की सुरक्षा में पहली बार शामिल होंगे देसी नस्ल के कुत्ते, जानें क्यों हैं इतने खास?

Anupam Tiwari
Update: 2022-08-19 11:12 GMT
पीएम मोदी की सुरक्षा में पहली बार शामिल होंगे देसी नस्ल के कुत्ते, जानें क्यों हैं इतने खास?
हाईलाइट
  • मुधोल हाउंड नस्ल कर्नाटक के बागलकोट इलाके में पाई जाती है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में पहली बार देसी नस्ल के कुत्ते मुधोल हाउंड को शामिल किया गया है। वैसे पीएम मोदी की सुरक्षा एसपीजी करती है, जो कि दुनिया की सबसे प्रोफेशनल एजेंसी में से एक माना जाता है। एसपीजी के पास अत्याधुनिक हथियार होते हैं। एसपीजी जवानों को पीएम की सुरक्षा से संबंधित अलग तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है।

ये जवान पीएम की सुरक्षा के दौरान हमेशा अलर्ट पर रहते हैं। अब एसपीजी जवान के साथ पीएम मोदी की सुरक्षा में मुधोल हाउंड भी तैनात रहेगा। डीएनए हिंदी के मुताबिक, मुधोल हाउंड पहले से ही भारतीय सेना का हिस्सा रहा है। इस ब्रीड को भारतीय सेना के साथ-साथ अन्य सरकारी ऑफिसों में इस्तेमाल किया जा रहा है।

इस ब्रीड की खासियत

गौरतलब है कि मुधोल हाउंड नस्ल कर्नाटक के बागलकोट इलाके में पाई जाती है। अमेरिका में इसे कैरावान हाउंड के नाम से भी जाना जाता है। जबकि कर्नाटक के कई इलाकों में करवानी के नाम से भी जाना जाता है। मुधोल हाउंड को वफादर, शिकारी गुण व स्वस्थ प्रजाति के रूप में जाना जाता है। देखने में दुबले लेकिन मुधोल हाउंड का जबड़ा काफी मजबूत होता है।

अगर यह एक बार अपने शिकार को पकड़ ले तो उसे छोड़ता नहीं है। बताया जाता है कि यह विदेशी नस्ल के कुत्ते जर्मन शेफर्ड के मुकाबले काफी तेज होता है। लोगों का मानना है कि जो काम विदेशी कुत्ते जर्मन शेफर्ड 90 सेकेंड में पूरा करते हैं वहीं काम भारतीय नस्ल के मुधोल हाउंड 40 सेकेंड में पूरा कर देते हैं। 

साल 2017 में वायुसेना में मिली एंट्री

तेजतर्रार व शिकार में कम समय में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखने वाले मुधोल हाउंड को भारतीय सेना में साल 2017 में शामिल किया गया था। बीते अप्रैल महीने में कैनाइन रिसर्च एंड इंफॉर्मेशन सेंटर तिम्मापुर ने दो-दो माह के दो मेल पपीज को एसपीजी को सौंपा था।  

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