तृणमूल कांग्रेस से जुड़ सकता है जया बच्चन का कनेक्शन, ममता करेंगी फैसला

तृणमूल कांग्रेस से जुड़ सकता है जया बच्चन का कनेक्शन, ममता करेंगी फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-19 03:48 GMT
तृणमूल कांग्रेस से जुड़ सकता है जया बच्चन का कनेक्शन, ममता करेंगी फैसला

डिजिटल डेस्क, कोलकाता। समाजवादी पार्टी की नेता और बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की पत्नी व एक्ट्रेस जया बच्चन का कनेक्शन जल्द ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से जुड़ सकता है। बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी के नेता ने जानकारी देते हुए कहा, "जया बच्चन की बंगाली जड़े और राज्य में उनकी लोकप्रियता उन्हें एक आदर्श उम्मीदवार बनाती हैं। अमिताभ बच्चन ने कई बार खुद को बंगाल का दामाद कहा है। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी जया बच्चन को राज्यसभा की उम्मीदवार बना सकती हैं।

 

 

 

इसी अप्रैल में खत्म होगा जया का कार्यकाल


बता दें कि राज्यसभा में जया बच्चन का तीसरा कार्यकाल इसी साल 3 अप्रैल को समाप्त हो जाएगा। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने इस बात की जानकारी दी है कि उनकी पार्टी से राज्यसभा की उम्मीदवारी के लिए सबसे आगे जया बच्चन का नाम है। हालांकि इस मामले में अंतिम फैसला टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ही लेंगी। उनके फैसले के बाद ही जया बच्चन की उम्मीदवारी को लेकर कोई भी ऐलान किया जाएगा। वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘इस मामले में आधिकारिक घोषणा 18 मार्च के आस-पास होगी।’

 

महानायक का कोलकाता से खास रिश्ता

बता दें कि अमिताभ बच्चन को ममता बनर्जी बहुत मानती हैं। हर बार जब भी कोई कार्यक्रम कोलकाता में होता है तो महानायक जरूर जाते हैं। जया बच्चन और अमिताभ बच्चन कोलकाता इंटरनेशनल फेस्टिवल में भी शिरकत करते रहे हैं। अप्रैल 2017 में जब एक बीजेपी के युवा कार्यकर्ता ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के ऊपर 11 लाख का इनाम रख दिया था, उस वक्त अमिताभ बच्चन ने बीजेपी के ऊपर जमकर भड़ास निकाली थी। उन्होंने कहा था, ‘आप गायों को बचा सकते हो, लेकिन देश की औरतों को ही अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है।’ 

 

 

 

इन सासंदों का कार्यकाल हो रहा समाप्त

 

राज्यसभा में जिन चार तृणमूल कांग्रेस के सासंदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उनमें शारदा स्कैम के आरोपी कुणाल घोष हैं इसके अलावा मुकुल रॉय, सांसद पत्रकार विवेक गुप्ता, सासंद पत्रकार मोहम्मद नदीमुल हक का नाम शामिल हैं। अप्रैल में राज्यसभा के 58 सासंदों का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इनमें से 10 सीटें उत्तर प्रदेश से खाली होंगी। यूपी के लोकसभा चुनाव में 403 सीटों में से 312 सीटें जीतने वाली बीजेपी राज्यसभा की इन सीटों में अपना कब्जा जमा सकती है।  टीएमसी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी की ओर से इस बार राज्यसभा में कम से कम दो नए उम्मीदवार आपको दिखाई देंगे।  
 

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