अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए, विपक्ष ने अनोखे अंदाज में किया विरोध प्रदर्शन

लोकसभा में विपक्ष का हंगामा अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए, विपक्ष ने अनोखे अंदाज में किया विरोध प्रदर्शन

IANS News
Update: 2021-12-16 11:00 GMT
अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग करते हुए, विपक्ष ने अनोखे अंदाज में किया विरोध प्रदर्शन
हाईलाइट
  • पहले दिन में भी निचले सदन को 20 मिनट के भीतर स्थगित कर दिया गया था

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्ष की ओर से जताए जा रहे लगातार विरोध के बीच गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।

लखीमपुर खीरी हिंसा को सुनियोजित साजिश बताने वाली एसआईटी की रिपोर्ट के बाद विपक्षी दलों ने केंद्रीय मंत्री मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग और तेज कर दी है। अपराह्न् 2 बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के 12 मिनट के भीतर ही सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

अपराह्न् दो बजे जब निचले सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो बीजद सदस्य बी. महताब, जो कि अध्यक्ष की कुर्सी पर थे, उन्होंने विपक्ष के विरोध और नारेबाजी के बीच मंत्रियों और सदस्यों को सदन में कागजात रखने की अनुमति दी। अध्यक्ष ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री को विविधता (संशोधन) विधेयक 2021 पेश करने के लिए भी कहा और विधेयक को सदन में पेश किया गया।

इस बीच, विपक्षी सदस्य, जो पहले से ही विरोध जताते हुए वेल की तरफ आ चुके थे, मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को लेकर तख्तियां दिखाने लगे। महताब ने प्रदर्शनकारी सदस्यों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अध्यक्ष के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले दिन में भी निचले सदन को 20 मिनट के भीतर स्थगित कर दिया गया था, जब सुबह 11 बजे मिश्रा को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लगातार तीखे हमले किए गए थे। अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रदर्शनकारी सदस्यों को अपनी सीटों पर वापस जाने और सदन को अपना महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए मनाने की कोशिश की।

प्रश्नकाल शुरू करने के उद्देश्य से, बिरला ने विपक्षी सांसदों से संपर्क किया और उन्हें यह समझाने की कोशिश की कि यह प्रश्नकाल कैसे और क्यों महत्वपूर्ण है। उन्होंने विपक्ष को यह भी आश्वासन दिया कि उन्हें अपना मुद्दा उठाने का मौका दिया जाएगा और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बोलने के लिए कहा।

राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी कांड के लिए केंद्रीय मंत्री मिश्रा को जिम्मेदार बताते हुए उन्हें अपराधी भी बताया और सरकार से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की। इस पर अध्यक्ष ने उन्हें यह कहकर बाधित किया कि उन्हें प्रश्नकाल के लिए उनके द्वारा सूचीबद्ध की गई बातों पर टिके रहना चाहिए, अन्य मुद्दों पर नहीं।

इसके बाद उन्होंने अपने-अपने मुद्दों को उठाने के लिए अन्य सदस्यों का भी नाम लिया। इससे विपक्षी दल भड़क उठे और वे ऊंची आवाज में नारे लगाने लगे।

 

(आईएएनएस)

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