गणतंत्र दिवस पर भी बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, देश में पहली बार मुंबई में 92.62 रुपए और मध्यप्रदेश में 94 रुपए 

गणतंत्र दिवस पर भी बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, देश में पहली बार मुंबई में 92.62 रुपए और मध्यप्रदेश में 94 रुपए 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-26 07:49 GMT
गणतंत्र दिवस पर भी बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, देश में पहली बार मुंबई में 92.62 रुपए और मध्यप्रदेश में 94 रुपए 

नई दिल्ली (आईएएनएस)। पेट्रोल और डीजल के दाम में दो दिनों की स्थिरता के बाद मंगलवार को फिर वृद्धि दर्ज की गई। देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 86 रुपये प्रति लीटर के ऊपर के भाव पर मिलने लगा है। पूरे देश में पेट्रोल का भाव फिर एक नई उंचाई पर चला गया है। देश के प्रमुख महानगरों में पेट्रोल के दाम में 31 से 35 पैसे जबकि डीजल के दाम में 33 से 37 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बढ़कर क्रमश: 86.05 रुपये, 87.45 रुपये, 92.62 रुपये और 88.60 रुपये प्रति लीटर हो गया है। डीजल की कीमतें भी बढ़कर दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 76.23 रुपये, 79.83 रुपये, 83.03 रुपये और 81.47 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 26 जनवरी को पेट्रोल का भाव 94 रुपए पहुंच चुका है। 

तेल विपणन कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली में 35 पैसे, कोलकाता और मुंबई में 34 पैसे जबकि चेन्नई में 31 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की। वहीं, डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 35 पैसे, मुंबई में 37 पैसे और चेन्नई में 33 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है।

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध मंगलवार को बीते सत्र से 0.66 फीसदी की गिरावट के साथ 55.31 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.61 फीसदी की गिरावट के साथ 52.45 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

इधर,  राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, यूपीए सरकार के समय जब पेट्रोल के दाम 60-65 रुपए हो गए थे उस वक्त प्रति बैरल 140 डॉलर रेट थी वह अब 35-40 डॉलर पर आ गई हैं तब भी भाव कम करने के बजाय बढ़ाए क्यों जा रहे हैं। राज्यों को दोष देना बहुत ही बकवास बात है। देश भयंकर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। जीडीपी माइनस में जा रही है। बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है। देश की सरकार को चिंता नहीं है।

Tags:    

Similar News