राफेल घोटाले पर रिलायंस का बयान- राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस घसीट रही कंपनी का नाम

राफेल घोटाले पर रिलायंस का बयान- राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस घसीट रही कंपनी का नाम

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-02 15:21 GMT
राफेल घोटाले पर रिलायंस का बयान- राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस घसीट रही कंपनी का नाम
हाईलाइट
  • RADL ने कहा कि कांग्रेस का रिलायंस ग्रुप पर लगाया गया सभी आरोप झूठा है।
  • RADL ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा बार-बार अनिल अंबानी का नाम उठाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
  • अनिल अंबानी की कंपनी RADL ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल डील को लेकर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिटेड (RADL) ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया है। RADL ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा बार-बार रिलायंस ग्रुप और अनिल अंबानी का नाम उठाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस का रिलायंस ग्रुप पर लगाया गया सभी आरोप झूठा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य और केंद्र में होने वाले आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए जानबूझकर रिलायंस का नाम राजनीतिक लड़ाई में खींच रहे हैं।

कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा था कि RADL में निवेश किए गए धन का इस्तेमाल नागपुर के मिहान में डसॉल्ट-रिलायंस के लिए जमीन खरीदने के लिए किया गया था। इस पर RADL ने कहा कि यह सरासर गलत है। RADL ने कहा कि कंपनी ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा आयोजित बोली प्रक्रिया में हिस्सा लिया था।

 

 

वहीं रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने भी इसपर एक बयान जारी किया है। RIL ने कहा कि कंपनी ने नागपुर के मिहान में खरीदे गए जमीन का भुगतान 2015 से 2017 तक किया। RIL ने कहा कि यह भुगतान RADL में डसॉल्ट द्वारा किए गए निवेश से काफी पहले था, फिर कांग्रेस ऐसे बेबुनियाद आरोप कैसे लगा सकती है। रिलायंस ग्रुप और उसके चेयरमैन अनिल अंबानी पर कांग्रेस पार्टी का हमला शर्मनाक और अपमानजनक है।

बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने राफेल डील अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए की है। राहुल ने कहा था कि "डसॉल्ट एविएशन ने सिर्फ और सिर्फ अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाया है। डसॉल्ट एविएशन के CEO ने कहा था कि उन्होंने अनिल अंबानी और रिलायंस डिफेंस को इसका पार्टनर इसलिए बनाया क्योंकि उनके पास जमीन थी, जबकि डसॉल्ट ने ही अनिल को 284 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की थी। इसकी ही मदद से अनिल ने वह जमीन खरीदी थी।"

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