प्रधानमंत्री मोदी की जान को था खतरा, भीमा कोरेगांव हिंसा का मास्टरमांइड 'बूढ़ा' की साजिशे नाकाम, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बूढ़ा का बड़ा मिशन खाक प्रधानमंत्री मोदी की जान को था खतरा, भीमा कोरेगांव हिंसा का मास्टरमांइड 'बूढ़ा' की साजिशे नाकाम, पुलिस ने किया गिरफ्तार
- बूढ़ा के ऊपर 1 करोड़ के इनाम की हुई थी घोषणा
डिजिटल डेस्क,रांची। भीमा कोरेगांव हिंसा से लेकर पीएम मोदी को मारने की साजिश रचने वाला नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। प्रशांत के साथ-साथ उनकी पत्नी शीला मरांडी को भी जेल भेज दिया गया है। बूढ़ा के ऊपर बिहार और झारखण्ड में कई मामले दर्ज है। इसका नाम सिर्फ पुलिस की लिस्ट में ही नहीं बल्कि NIA की चार्जशीट में भी शामिल था।
किन-किन साजिशों में था शामिल
बूढ़ा के ऊपर 1 करोड़ के इनाम की घोषणा की गई थी। प्रशांत के साथ 6 माओवादी भी जेल की सलाखों के पीछे जा चुके है। बूढ़ा ने आज तक कई पूर्वी सिंहभूम में सांसद सुनील महतो हत्याकांड, 2004 में गिरिडीह में गृह रक्षा वाहिनी का शास्त्रागार लूटने और पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या जैसी साजिशों को अंजाम दिया है। उस पर झारखंड में ही 50 केस दर्ज है। सारंडा में 6 पुलिसकर्मियों की हत्या और बिहार का जहानाबाद जेल ब्रेक करना भी बूढ़ा के दिमाग की ही उपज थी। इसकी उम्र से जितनी ज्यादा है उससे कही ज्यादा तेज इसका दिमाग है। इसलिए आज तक ये अपनी साजिशों को अंजाम देता रहा। लेकिन, अब ये पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है।
दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के DGP नीरज सिन्हा ने कहा कि, प्रशांत बोस की गिरफ्तारी झारखंड ही नहीं बल्कि, उन सभी नक्सल प्रभावित राज्य के लिए ऐतिहासिक है,जिन्होंने बूढ़ा के प्लान का दंश झेला है। वो शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है। बता दें कि, बूढ़ा के पास से 1 पेन ड्राइव और 2 SSD कार्ड बरामद हुए है, जिसमें भाकपा माओवादी संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारी मौजूद है। इस पर लगभग 100 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम गहनता से काम कर रही है। वहीं SSD कार्ड में 60 के दशक से अब तक की बड़ी घटनाओं को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी मौजूद है।
बूढ़ा जल्द ही सारंडा में को-आर्डिनेशन कमेटी की बैठक करने वाला था। इस बात की जानकारी पुलिस के पास भी थी। इस बैठक में लगभग सभी माओवादी शामिल होने वाले थे और आगे की रणनीति पर चर्चा करने का प्लान बना रहे थे। लेकिन, ये बैठक नहीं हो सकी है। बता दें कि, बूढ़ा की गिरफ्तारी के विरोध में माओवादियों ने 20 नवंबर को भारत बंद का आह्वान किया है।