जहरीली शराब से 10 की मौत और कई लोगों ने गंवा दी आंखों की रोशनी? बिहार में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर या कुछ और है वजह?

शराब का कहर या कुछ और? जहरीली शराब से 10 की मौत और कई लोगों ने गंवा दी आंखों की रोशनी? बिहार में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर या कुछ और है वजह?

Dablu Kumar
Update: 2023-04-15 12:13 GMT
जहरीली शराब से 10 की मौत और कई लोगों ने गंवा दी आंखों की रोशनी? बिहार में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर या कुछ और है वजह?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार के मोतिहारी में जहरीली शराब का तांडव जारी है। यहां बीते दो दिनों में संदिग्ध हालात में मरने वाले लोगों की संख्या 14 हो गई है। इसके अलावा चार दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। इन सभी के पीछे जहरीली शराब के सेवन की आशंका जताई जा रही है। वहीं पूर्वी चंपारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में एक से अधिक लोगों का इलाज जारी है। इनमें कई लोगों के आखों की रोशनी चली गई है। घटना की खबर मिलते ही पटना मद्य निषेध विभाग की टीम मोतिहारी के लिए रवाना हो गई है। इस मामले में पुलिस 7 लोगों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ कर रही है। इधर, घटना पर स्थानीय प्रशासन जहरीली शराब से मौत की पुष्टि करने से परहेज कर रहे हैं। मरने वालों लोगों की शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

गौरतलब है कि, शनिवार को पूर्वी चंपारण जिले में 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जिसमें 5 लोग तुकौलिया, दो हरसिद्धि और एक शख्स पहाड़पुर इलाके का था। बता दें कि, शुक्रवार को भी तुरकौलिया में 4 और पहाड़पुर में 4 लोगों की जान गई थी। यानी यहां पर बीते दो दिनों में 14 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जानकारी के मुताबिक, 10 लोगों को मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके अलावा दो लोगों को मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है। 

लोगों का इलाज जारी

अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीजों में आखों की रोशनी कम होने और बेचैनी की दिक्कत सबसे ज्यादा है। पुलिस मुख्यालय ने जिले में मौतों की संख्या चार बताई है। हालांकि मुख्यालय ने मरने वालों के पीछे शराब की आशंका जताई है। लेकिन स्थानीय प्रशासन शराब पीने से मरने की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। प्रशासन ने कहा है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी। अभी इस मामले में कुछ कहना जल्दबाजी होगा।

खबर मिली है कि कई परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम किए शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि शराब पीने के बाद ही लोगों की तबीयत खराब होने लगी थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, ''यह दुखद घटना है, मैंने इस मामले में पूरी जानकारी मांगी है।'' 

दिसंबर में भी हुई घटना

पीछे साल दिसंबर माह में भी बिहार से दुखद खबर आई थी। जब सारण जिले के अलग-अलग गांवों में जहरीली शराब से 77 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद विपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था। उस वक्त सीएम नीतीश ने कहा था कि 'जो पिएगा वो मरेगा।' साथ ही उन्होंने जहरीले शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजा देने से भी इनकार कर दिया था। 

Tags:    

Similar News