लोकसभा चुनाव 2024: साल 1989 से इंदौर सीट पर लगातार जीत रही है बीजेपी, अकेले सुमित्रा महाजन रही हैं सात बार सांसद

साल 1989 से इंदौर सीट पर लगातार जीत रही है बीजेपी, अकेले सुमित्रा महाजन रही हैं सात बार सांसद
  • इंदौर लोकसभा सीट पर सुमित्रा महाजन रही हैं सात बार सांसद
  • चौथे चरण में इंदौर सीट पर होगा चुनाव
  • पहली बार कांग्रेस इंदौर सीट पर नहीं लड़ेगी चुनाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। साथ ही, वे कांग्रेस छोड़ बीजेपी के खेमे में शामिल हो चुके हैं। इसी के साथ इंदौर के चुनावी रण में बीजेपी कांग्रेस से काफी आगे निकल गई है। इंदौर में अब तक कुल 16 आम चुनाव हुए हैं, जिनमें से हर बार कांग्रेस ने चुनाव लड़ा है। इस सियासी घटनाक्रम के चलते इस चुनाव में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि इंदौर सीट पर कांग्रेस का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं होगा। आज हम आपको इंदौर सीट के चुनावी इतिहास के बारे में बताएंगे।

इंदौर लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास

आजादी के बाद साल 1957 में इंदौर लोकसभा सीट में पहला आम चुनाव हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी खादीवला कन्हैयालाल सांसद चुने गए थे। 1962 में निर्दलीय प्रत्याशी होमी दाजी ने चुनाव जीता और सांसद निर्वाचित हुए। 1967 में कांग्रेस ने इंदौर सीट पर वापसी की और प्रकाश चंद्र सेठी सांसद बने। 1971 में कांग्रेस फिर जीतने में कामयाब रही और सेठी दोबारा सांसद बने।

इमरजेंसी के बाद हुई लोकदल की एंट्री

इमरजेंसी हटने के बाद साल 1977 में लोकसभा चुनाव हुए। इस बार कांग्रेस को इंदौर सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा। उस चुनाव में लोकदल को इंदौर सीट से पहली बार बड़ी जीत मिली और कल्याण जैन सांसद निर्वाचित हुए। हांलाकि, तीन साल बाद 1980 में ही कांग्रेस ने वापसी कर ली और पी सी सेठी तीसरी बार सांसद बने। 1984 में भी कांग्रेस ने अपना प्रदर्शन दोहराते हुए इंदौर सीट जीती।

सुमित्रा महाजन के राज में बना बीजेपी का गढ़

साल 1989 के आम चुनाव में इंदौर सीट पर पहली बार बीजेपी ने चुनाव जीता। इस चुनाव में बीजेपी से सुमित्रा महाजन सांसद निर्वाचित हुईं। इसके बाद सुमित्रा महाजन ने बीजेपी के टिकट पर इंदौर सीट से लगातार 7 चुनाव लड़े और हर बार बीजेपी को जीत दिलाई। 2014 का चुनाव जीतने के बाद सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर भी चुनी गईं। बता दें, कांग्रेस 1984 के बाद से इंदौर सीट पर फिर कभी नहीं जीत सकी।

क्या रहा पिछले चुनाव का परिणाम?

साल 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने इंदौर सीट से शंकर लालवानी को चुनावी मैदान में उतारा। वहीं, कांग्रेस ने शंकर लालवानी को हराने के लिए पंकज संघवी को चुनावी मैदान में उतारा था। चुनावी नतीजों में शंकर लालवानी को 5 लाख 47 हजार 754 वोट से जीत मिली। इस दौरान बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी कुल 10 लाख 68 हजार 569 वोट मिले। जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी को मात्र 5 लाख 20 हजार 815 वोट मिले।

Created On :   29 April 2024 12:48 PM GMT

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