शुरूआती शिक्षा सही नहीं, इसलिए नायक और देशद्रोही में फर्क नहीं पता

योगी ने अखिलेश पर साधा निशाना शुरूआती शिक्षा सही नहीं, इसलिए नायक और देशद्रोही में फर्क नहीं पता

Anupam Tiwari
Update: 2021-11-06 18:54 GMT
शुरूआती शिक्षा सही नहीं, इसलिए नायक और देशद्रोही में फर्क नहीं पता
हाईलाइट
  • अखिलेश ने इतिहास पढ़ने की दी नसीहत
  • जोड़ने वालों और तोड़ने वालों में फर्क पता होना चाहिए
  • योगी ने अखिलेश की शिक्षा पर उठाए सवाल

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी में 2022 विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीनों बाद होने वाला है। इसी बीच राजनीतिक जुबानी जंग भी शुरू हो गई है। आपको बता दें कि अखिलेश यादव के उस बयान को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बना लिया है। जिसमें उन्होंने कहा था कि इस देश के स्वतंत्रता आंदोलन में जिन्ना, सरदार पटेल व अन्य लोगों का योगदान है और सभी ने एक जगह से वकालत की पढ़ाई की थी। जिसको लेकर बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दलों ने भी सपा को घेरा था। आपको बता दें कि अखिलेश ने एक कार्यक्रम के दौरान यह कहा कि हम अपने बयान पर कायम है।

अब जो जिन्ना को लेकर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें इतिहास पढ़ने की जरूरत है। इसको लेकर बीजेपी फिर हमलावर हो गई और सूबे के सीएम योगी ने अखिलेश पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने बगैर नाम लिए ही कहा कि सरदार पटेल और जिन्ना का नाम एक साथ नहीं लिया सकता है। एक ने अगर देश को जोड़ने का काम किया था तो दूसरे ने बंटवारा करवा दिया था। इसी वजह से योगी कह रहे हैं कि यूपी की जनता को ऐसे शर्मनाक बयानों को सिरे से खारिज कर देना चाहिए। 

जनता इन शर्मनाक बयानों को खारिज कर दे


आपको बता दें कि जिन्ना को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक पार्टी के नेता कुछ दिन पहले सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से कद दी थी। सरदार पटेल जिन्होंने देश को जोड़ा था। उनकी तुलना देश बांटने वाले से कर दी गई। जनता को ऐसे शर्मनाक बयानों को खारिज कर देना चाहिए। इन लोगों की मानसिकता समझिए, कैसे हैं ये लोग जो सरदार पटेल और जिन्ना को एक साथ जोड़ रहे हैं। सरदार हमारे राष्ट्रनायक हैं, जिन्ना ने तो भारत को तोड़ दिया था। 

अखिलेश ने दी योगी को नसीहत 


बता दें कि जिन्ना को लेकर जो राजनीति गरमाई हुई है। अखिलेश ने एकबार फिर उसमें घी ड़ाल दिया उन्होंने सूबे के सीएम को किताब पढ़ने और इतिहास को सही तरीके से समझने की नसीहत दे डाली। लेकिन योगी ने भी इस पर पलटवार किया और कहा कि शुरूआती शिक्षा सही नहीं होने से लोंगो को नायक और देशद्रोही में फर्क नहीं पता चलता। ये भटकाव तभी शुरू होता है। जब व्यक्ति एक ही तराजू में मित्र और शत्रु को तौलने लगते हैं।

सीएम योगी ने पिछली सरकार की याद दिलाई


गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार में हुए दंगे को लेकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि पहले त्योहारों में दंगे और हिंसा होता था। लोगों की आस्था के साथ खेला जाता था। लेकिन अब अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस वाली रणनीति चलाई जाती है। योगी ने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि अब यूपी में कोई दंगा नहीं होता है और जो करने का प्रयास करता है। उसके खिलाफ कार्रवाई होती है कि वो नजीर बन जाती है। 

सभी लोगों को मिलता है विकास का फायदा


बता दें कि योगी ने अपने भाषण में कहा कि यूपी में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो गई है। सभी वर्ग को विकास का फायदा हो रहा है। किसी भी धर्म का तुष्टीकरण नहीं किया जाता है। वहीं बीजेपी सरकार के विकास पर योगी ने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम शिलान्यास भी करते है और लोकार्पण भी करते हैं। दूसरे दलों को धोखे से अगर सत्ता मिल भी गई तो वो भले ही शिलान्यास कर लें लेकिन जनता उनको लोकार्पण के लायक नहीं बनाती। 

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