दिल्ली के सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम इस साल हो जायेगा पूरा
जल शक्ति मंत्री दिल्ली के सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम इस साल हो जायेगा पूरा
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के सभी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का काम इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को 564 एमएलडी क्षमता के ओखला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। यमुना कार्य योजना-3 के अंतर्गत इस ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री पहले आईटीओ स्थित छठ घाट गये और वहां से वह नाव से 12 किलोमीटर दूर ओखला वोट क्लब गये। गंगा की सफाई के राष्ट्रीय मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार भी निरीक्षण के दौरान उनके साथ थे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ओखला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट गये।
ओखला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की निर्माण लागत का 85 प्रतिशत हिस्सा नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत केंद्र सरकार दे रही है और शेष 15 प्रतिशत का भुगतान राज्य सरकार को करना है। ओखला एसटीपी परियोजना की कुल स्वीकृत लागत 665.78 करोड़ रुपये है। गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि दिसंबर 2022 की समयसीमा को ध्यान में रखते हुये दिल्ली में एसटीपी कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 564 एमएलडी के इस प्लांट के निर्माण के बाद दिल्ली की यमुना नदी में निश्चित रूप से जल की गुणवत्ता में सुधार महसूस किया जायेगा। ओखला एसटीपी एशिया में सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट है। यह एकीकृत परियोजना है, इसलिए इसके कार्य के दायरे में गाद प्रबंधन को भी शामिल किया गया है। वर्तमान में दिल्ली में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत 1,268 एमएलडी गंदे पानी के ट्रीटमेंट के लिये 2,009 करोड़ रुपये की लागत से कुल 11 परियोजनायें यमुना नदी संरक्षण हेतु शुरू की गई हैं।
(आईएएनएस)