नए प्रोजेक्ट से पानी सप्लाई को लेकर बीजेपी विधायक का सियासी दांव

वडोदरा नए प्रोजेक्ट से पानी सप्लाई को लेकर बीजेपी विधायक का सियासी दांव

IANS News
Update: 2022-06-30 12:00 GMT
नए प्रोजेक्ट से पानी सप्लाई को लेकर बीजेपी विधायक का सियासी दांव

डिजिटल डेस्क, वडोदरा। वडोदरा से मौजूदा भाजपा विधायक योगेश पटेल ने चेतावनी दी है कि सिंधरोट परियोजना के अतिरिक्त पानी की आपूर्ति रावपुरा क्षेत्र में नहीं होने दी जाएगी, यह केवल मांजलपुर क्षेत्र के लिए है।

इतना ही नहीं, वह वडोदरा नगर निगम के अजवा के पानी को मंजलपुर के लिए रावपुरा और अन्य क्षेत्रों में बदलने के विचार के खिलाफ हैं।

वडोदरा के एक वरिष्ठ पत्रकार मनु चावड़ा ने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि योगेश पटेल के प्रयासों के कारण सिंधरोत चेक डैम और जलापूर्ति पाइपलाइन परियोजना सामने आई थी। लेकिन, यह मंजलपुर की पानी की आवश्यकता को भी पूरा करने के उद्देश्य से था। वडोदरा शहर के दक्षिण क्षेत्र के रूप में, लेकिन अब योगेश पटेल इसके खिलाफ हैं।

आज, यह सिर्फ पानी की आपूर्ति का मुद्दा लगता है, लेकिन देर-सबेर यह एक राजनीतिक मुद्दा बन जाएगा, क्योंकि पटेल रावपुरा निर्वाचन क्षेत्र में पानी की आपूर्ति के खिलाफ हैं, जिसका प्रतिनिधित्व राजस्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी करते हैं। यदि उनके निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को पानी नहीं मिल रहा है और कमी का सामना करना पड़ रहा है, यह सत्ताधारी दल के लिए बड़ा राजनीतिक मुद्दा होगा।

योगेश पटेल से सिर्फ त्रिवेदी ही नहीं, बल्कि 16, 17, 18 और 19 वार्ड के पार्षद भी नाखुश हैं। बुधवार शाम को पटेल ने बैठक में इन पार्षदों को बताया कि उनके वाडरें में सिंधरोट परियोजना से पानी की आपूर्ति नहीं की जाएगी।

परियोजना में 150 एमएलडी भंडारण की क्षमता है, लेकिन वर्तमान में केवल 50 एमएलडी का ही उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि जल उठाने की क्षमता को उन्नत करने की आवश्यकता है। वर्तमान में उठा हुआ पानी मांजलपुर क्षेत्र के लिए पर्याप्त है।

मंजलपुर क्षेत्र को अजवा परियोजना से 15 से 20 एमएलडी पानी मिल रहा है, निगम ने इस पानी को रावपुरा की ओर मोड़ने की योजना बनाई थी, क्योंकि मंजलपुर पानी की आवश्यकता सिंधुरोट परियोजना से पूरी होती है, लेकिन उसका भी योगेश पटेल विरोध कर रहे हैं।

भाजपा के एक नेता ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा, पटेल और शहर के अन्य मौजूदा विधायकों को आने वाले चुनावों में पार्टी द्वारा हटाए जाने की संभावना है, इसलिए योगेश पटेल कुछ नहीं से मुद्दा बना रहे हैं, ताकि मतदाताओं को यह महसूस हो कि वह उनके लिए लड़ रहे हैं। वास्तव में वह पार्टी के नेताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे 2022 के चुनावों में उन्हें फिर से नामांकित करें।

(आईएएनएस)

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