अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे गांगुली, लेकिन इस वजह से छोड़ना पड़ा पद!

बीसीसीआई के खेल में दादा हुए फेल अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे गांगुली, लेकिन इस वजह से छोड़ना पड़ा पद!

Shiv Pathak
Update: 2022-10-12 12:49 GMT
अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहते थे गांगुली, लेकिन इस वजह से छोड़ना पड़ा पद!
हाईलाइट
  • वर्ल्ड कप 1983 विजेता टीम के खिलाड़ी रोजर बिन्नी का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना लगभग तय।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अर्थात बीसीसीआई इन दिनों अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा में बना हुआ है। वर्तमान अध्यक्ष सौरव गांगुली के तीन साल का कार्यकाल अगले हफ्ते समाप्त हो जाएगा। बोर्ड ने अध्यक्ष पद समेत सभी पदों की चुनाव प्रक्रिया शुरु कर दी। बीते दिनों 11 और 12 अक्टूबर को सभी पदों के लिए आवेदन भरे गए। वर्ल्ड कप 1983 विजेता टीम के खिलाड़ी रोजर बिन्नी ने भी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा और उनका अध्यक्ष बनना लगभग तय भी माना जा रहा है। बोर्ड 18 अक्टूबर को इसकी औपचारिक घोषणा कर सकता है। लेकिन इन सब के बीच बीसीसीआई में राजनीति घूसती दिखाई दे रही है।

दोबारा अध्यक्ष बनना चाहते थे गांगुली 

पीटीआई और क्रिकबज की ऐसी कई रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं कि साल 2019 में अध्यक्ष पद संभालने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली इस पद पर बना रहना चाहते थे। लेकिन उन्हें आईपीएल अध्यक्ष पद ऑफर किया गया जिसे उन्होंने स्वीकार करने से मना कर दिया। 

बीसीसीआई के एक सूत्र के अनुसार, "सौरव गांगुली को आईपीएल अध्यक्ष का पद ऑफर किया गया था, लेकिन उन्होंने बड़ी विनम्रता से इस ऑफर को ठुकरा दिया। इसके पीछे उनका तर्क था कि वह उसी संस्थान का नेतृत्व करने के बाद बीसीसीआई में उप-समिति के प्रमुख बनने को स्वीकार नहीं कर सकते। उन्होंने बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर ही बने रहने में रुचि दिखाई थी।"

टीएमसी ने साधा भाजपा पर निशाना 

इन रिपोर्ट्स के बीच पश्चिम बंगाल की सत्ता पार्टी टीएमसी ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सौरव गांगुली को उनके पद से हटाना चाहती हैं क्योंकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया। टीएमसी पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा ने साल 2019 में विधानसभा चुनाव से पहले यह खबर फैलाई थी कि राज्य में लोकप्रिय सौरव गांगुली पार्टी में शामिल हो रहे हैं। साथ टीएमसी ने यह दावा किया कि यह राजनीतिक प्रतिशोध लिया जा रहा है। अगर गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह दोबारा अपने पद पर बने रह सकते हैं तो सौरव क्यों नहीं। 

आईसीसी में भी नहीं जाएंगे दादा

इसके अलावा बीते महीने यह रिपोर्ट्स भी सामने आई थी कि सौरव गांगुली आईसीसी के अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदार हैं और उनके पास मेंम्बर्स का समर्थन भी है। लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार गांगुली अब आईसीसी में भी शामिल नहीं हो रहे हैं क्योकि उनके पास समर्थन नहीं है।  

गौरतलब है कि बीते तीन सालों से आईपीएल अध्यक्ष का पद बृजेश पटेल संभाल रहे हैं। लेकिन अगले महीने उनकी उम्र 70 साल हो जाएगी। जिसकी वजह से वो इस पद के लिए योग्य नहीं रह सकेंगे। उनकी जगह बीसीसीआई के वर्तमान कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल का आईपीएल अध्यक्ष पद संभालना लगभग तय माना जा रहा है। 
 

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