धान घोटाला: 20 लाख भी नहीं मिले, न फरार छह आरोपी

  • ताखलाकला समिति में धान घोटाले का मामला
  • मामले की जांच जारी
  • 6 हजार क्विंटल धान का पता नहीं

ANAND VANI
Update: 2024-04-29 04:21 GMT

डिजिटल डेस्क, सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी बरघाट ब्लॉक की ताखलाकला समिति में हुए करीब दो करोड़ केधान घोटाले में अभी भी छह फरार आरोपियों को पुलिस नहीं तलाश पाई है। वहीं दूसरी और प्रशासन करीब दो दर्जन किसानों को रुका हुआ 20 लाख रुपए का भुगतान नहीं करा पाया है।चार माह का समय बीत चुका है पुलिस को मात्र तीन ट्रक और करीब तीन हजार क्विंटल ही धान मिल पाई है। जबकि अभी भी छह हजार क्विंटल धान का पता नहीं चला है। पुलिस का कहना है कि जो आरोपी फरार हैं उनकी संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई होगी।

व्यापारी और ट्रक मालिक फरार

अभी तक पुलिस इस घोटाले में आठ आरोपियेां को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि छह फरार बताए जा रहे हैं। इसमें तीन ट्रक मालिक और तीन व्यापारी हैं। इन व्यापारियों ने ही धान को आसपास की दूसरी समितियों में धान दूसरे किसानों के नाम पर बेची है। पुलिस का कहना है कि जब तब आरोपी पकड़ में नहीं आएंगे तब तक यह पता करना मुश्किल है कि आरोपियों ने किसके नाम पर कहां कहां धान बेची है।

खातों में पैसा अटका

जानकारी के अनुसार करीब एक दर्जन ऐसे किसान हैं जिनके खाते में धान बिक्री का पैसा डाल तो दिया गया लेकिन उनके खाते सीज किए गए हैं। सहकारिता विभाग के अधिकारियों के अनुसार तौल पर्ची और ऑनलाइन पर्ची में धान की मात्रा का अंतर है। यानि मौके पर धान कम तौलना बताया गया है जबकि ऑनलाइन सिस्टम में अधिक धान मात्रा बताई जा रही है। ऐसे में वास्तविकता क्या है इसको लेकर मिलान किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि धान बेचने में काफी समय चला गया लेकिन अभी तक उनको पैसा नहीं मिला। खाते सीज नहीं करना था उनके बैंक खाते में दूसरा भी पैसा था जो कि नहीं मिल पा रहा है।

कुर्की की कार्रवाई से होगी रिकवरी

बरघाट थाना प्रभारी मोहनीश बैश का कहना है कि फरार छह आरोपियों की संपत्ति की जानकारी हासिल कर प्रशासन को रिपोर्ट दे दी गई है। कुर्की की कार्रवाई प्रशासनिक स्तर पर पर होगी। जबकि मुख्य आरोपी सत्यनारायण बघेल की दस एकड़ की जमीन की कुर्की की कार्रवाई पहले हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार काफी किसानों को धान का पैसा दे दिया गया है। बाकी किसानों का पैसा पूरी जांच के बाद ही मिलेगा। इसमें जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई जब्त संपत्ति की नीलामी से होगी।

ये है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार 25 जनवरी को तत्कालीन समिति प्रबंधक सत्यनारायण बघेल ने अरी पुलिस को शिकायत दी थी कि उसकी समिति प्रांगण से 28 बार ट्रकों में भरकर करीब आठ हजार क्विंटल धान गायब कर दी गई है। पुलिस ने जांच की को पता लगा कि बघेल की ही मिलीभगत से धान गायब हुई है। पुलिस ने बघेल समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। अभी तक पुलिस ने करीब तीन हजार क्विंटल धान, तीन ट्रक और एक लाख रुपए नकद जब्त किए हैं।

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