लोकसभा चुनाव 2024: राजकीय सम्मान के साथ एएसआई महेंद्र बागरी को अंतिम विदाई
- ब्यौहारी थाने के एएसआई महेंद्र बागरी पर जानलेवा हमला
- रेत माफियाओं के हौंसले बुलंद
- मुखाग्नि भतीजे राघवेंद्र बागरी ने दी
डिजिटल डेस्क, सतना। मध्यप्रदेश के सतना में रेत माफिया के जानलेवा हमले में मृत ब्यौहारी थाने के एएसआई महेंद्र बागरी को यहां सिंहपुर थाना अंतर्गत उनके पैतृक ग्राम मसनहा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
मुखाग्नि भतीजे राघवेंद्र बागरी ने दी। पुलिस लाइंस की टीम ने पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता की मौजूदगी में गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इससे पहले दोपहर ३ बजे जैसे ही शहडोल पुलिस पार्थिव देह के साथ मसनहा पहुंची,परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। बुजुर्ग मां अरुणा, पिता ददन बागरी, पत्नी दुर्गा एवं अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। गांव में शोक की लहर थी। अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पुलिस के मुताबिक 4-5 मई की दरमियानी रात ब्यौहारी थाना क्षेत्र खलहुडी हैलीपैड के पास रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचल कर एएसआई महेंद्र बागरी की हत्या कर दी थी।
2007 में आरक्षक पद से हुई थी भर्ती :-
40 वर्षीय महेंद्र बागरी वर्ष 2007में आरक्षक पद से पुलिस में भर्ती हुए थे। मौजूदा समय में वह ब्यौहारी थाने में सहायक उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ थे। पिता ददन बागरी एवं मां अरुणा किसान हैं। पत्नी दुर्गा बागरी अपनी तीन बेटियों के साथ शहडोल में रहती थीं। बड़े भाई वीरेंद्र बागरी शिक्षक हैं। अंतिम संस्कार पैतृक बगीचे में शाम साढ़े ५ बजे दिया गया। एसपी आशुतोष गुप्ता और आईपीएस आशुतोष बागरी ने अंतिम यात्रा को कंधा दिया। नागौद एसडीओपी विनीता डागर, ब्यौहारी के एसडीओपी भविष्य भास्कर, रिजर्व इंस्पेक्टर आरई देविका सिंह बघेल, सिंहपुर के थाना प्रभारी शैलेंद्र पटेल ने भी सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी।