मध्य प्रदेश: अनाथ बीमार बहन और भाईयों की मदद के लिए आगे आ रहे नेक दिल इंसान, आजीविका मिशन के ब्लाक प्रबंधक ने दी 2100 रूपए की सहायता राशि

  • बहन और भाईयों की मदद के लिए आगे आए कई लोग
  • ब्लाक प्रबंधक ने दी 2100 रूपए की सहायता राशि
  • 2100 रूपए की सहायता राशि दी जा चुकी

Dablu Kumar
Update: 2024-05-08 17:11 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के पन्ना में सतत विकास लक्ष्यों के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए जागरूकता, टीबी जांच उपचार से संबंधित कार्याे को एक मिशन मोड पर कार्य करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है परंतु इन सबके बीच पन्ना जिले में सरकार के टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर जिस तरह की स्थितियां सामने आ रही है अभी भी जिले में बडी संख्या में टीबी के मामले सामने आ रहे है।

लोगों में जागरूकता की कमी स्वास्थ्य प्रबंधन द्वारा कार्यक्रम की क्रियावन्यन में बरती जा रही लापवाहियों के चलते टीबी की बीमारी की चपेट में आए लोगों की असमय मौत हो रही है। टीबी को लेकर जागरूकता के अभाव में अनेक ऐसे मरीज है बीमारी का उपचार नहीं करवा पा रहे है और टीबी का संक्रमण का फैलाव हो जाने से टीबी संक्रमित मरीजो की मौतें हो रही हैं। पन्ना जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरिया में रहने वाली एक गरीब परिवार की बेवा महिला श्रीमती लक्ष्मी यादव की गत 29 मार्च को टीबी की बीमार के चलते मौत हो गई है। उनके पति की काफी साल पहले सर्पदंश की वजह से मौत हो गई थी।

लक्ष्मी की मौत के साथ ही उनके दो बेटे और एक बेटी अनाथ होकर अपनी जीवन यापन बीमारी से जूझ रहे है। बडे बेटे राज की टीबी से संक्रमित होने के साथ तबियत गंभीर रूप से बिगड गई है बीमारी का दुष्प्रभाव शरीर के अन्य अंगो तक पडा है और वह उठ, बैठ व चल फिर पाने में भी असक्षम है। दूसरा बेटा राज भी बीमार होकर अस्पताल में भर्ती है। लक्ष्मी की एक बेटी सपना भी टीबी के संक्रमण से अत्याधिक बीमार है बच्चों हालात एवं उन्हें उपचार की जरूरत का मामला इस समाचार पत्र द्वारा शासन-प्रशासन के साथ लोगोंं तक पहुंचाया गया। जिसके बाद उनके उपचार की मदद को लेकर प्रशासन द्वारा गंभीरता दिखाई जा रही है जिले के कलेक्टर द्वारा अस्पताल के स्वास्थ्य प्रशासन को उपचार की समुचित व्यवस्था के लिए निर्देश दिए गए है।

स्वैच्छिक रूप से आर्थिक सहायता 

जिले के नेक दिल एवं समाज सेवी भी अनाथ बच्चों की मदद के लिए आगे आ रहे है और उनकी स्वैच्छिक रूप से आर्थिक सहायता कर रहे है। आज पन्ना शहर निवासी एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लाक प्रबंधक विवेक मिश्रा द्वारा 2100 रूपए की नगदी राशि जिला अस्पताल पहुंचकर निजी तौर पर बच्चों को दी गई इस दौरान उनके साथी चंदन सिंह यादव भी मौजूद थे। इसके पूर्व पन्ना शहर निवासी पार्षद श्रीमती कल्पना देवेन्द्र सिंह यादव ने 5100 रूपए, भाजपा नेता समाज सेवी मनु चौबे ने 5100 रूपए तथा समाजसेवी सेवानिवृत्त शिक्षक विजय चंसोरिया द्वारा 2100 रूपए की सहायता राशि दी जा चुकी है। कलेक्टर पन्ना द्वारा भी रेडक्रास से 05 हजार रूपए की सहायता राशि स्वीकृत किए जाने को लेकर सहमति दी गई है।

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